दो लाख रुपये की रिश्वत लेते नेशनल क्वालिटी मॉनिटर अधिकारी गिरफ्तार 

 नेशनल क्वालिटी मानीटरिंग के लिए दिल्ली से हिमाचल आए एक अधिकारी को विजिलेंस बिलासपुर की टीम ने देर रात दो लाख की रिश्वत के मामले में गिरफ्तार किया है।

दो लाख रुपये की रिश्वत लेते नेशनल क्वालिटी मॉनिटर अधिकारी गिरफ्तार 

सड़कों की गुणवत्ता जांचने के लिए दिल्ली से बिलासपुर पंहुचा था अधिकारी 

यंगवार्ता न्यूज़ - बिलासपुर  23-01-2022
 
 नेशनल क्वालिटी मानीटरिंग के लिए दिल्ली से हिमाचल आए एक अधिकारी को विजिलेंस बिलासपुर की टीम ने देर रात दो लाख की रिश्वत के मामले में गिरफ्तार किया है।
 
विजिलेंस की टीम ने बताया कि यह अधिकारी मूल रूप से राजस्थान का निवासी है और हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर और मंडी की सड़कों की इंस्पेक्शन के लिए यहां आया था।
 
विजिलेंस की टीम ने बताया कि यह अधिकारी गांव गांव में बन रही अटल ग्रामीण सड़क योजना की जांच करता था। डीएसपी विजिलेंस संजय कुमार ने बताया की पुलिस ने शनिवार रात को अधिकारी को रंगे हाथ रिश्वत के मामले में गिरफ्तार कर लिया है। यह अधिकारी सड़कों की सही इंस्पेक्शन रिपोर्ट को लेकर रिश्वत की मांग कर रहा था।
 
 विजिलेंस टीम ने बताया कि यह अधिकारी राधेश्याम झाम्बर मूल रूप से राजस्थान का निवासी है। राधेश्याम झाम्बर नेशनल क्वालिटी मॉनिटर अधिकारी है। वह 22 जनवरी को बिलासपुर के सुंगल स्थित एक निजी होटल में ठहरा था। यहां उसने ठेकेदारों से रिश्वत ली।
 
इसके बाद जब विजिलेंस को इसकी जानकारी मिली तो टीम ने होटल में दबिश दी और तलाशी लेने पर 216900 रुपये बरामद हुए। बताया जा रहा है उक्त अधिकारी ने मंडी जिला के विभिन्न डिविजन में भी निरीक्षण किया है। इस संबंध में भी विजिलेंस पड़ताल कर रही है।
 
बीते दिनों कांगड़ा जिला में भी शिक्षण संस्‍थानों की इंस्‍पेक्‍शन के लिए आई एनसीटीई की टीम रिश्वत के साथ पकडी गई थी। ये अधिकारी व्यवस्था की जांच व दुरुस्त करवाने की बजाय उल्‍टा अपनी जेब भरने में लगे हुए हैं।
 
जिला कांगड़ा में पकड़े गए अधिकारियों से साढ़े 13 लाख रुपये से ज्यादा बरामद किए गए थे। विजिलेंस की कुछ दिनों में ही इंस्‍पेक्‍शन टीम पर यह दूसरी बड़ी कार्रवाई है।