राष्ट्रीय प्रेस दिवस : विश्वसनीयता पत्रकारिता का मूल आधारः अजय कुमार यादव

उपमंडलाधिकारी सोलन अजय कुमार यादव ने कहा कि विश्वसनीयता पत्रकारिता का मूल आधार है और सभी पत्रकारों को अपनी विश्वसनीयता कायम रखते हुए जनहित में कार्य करना चाहिए

राष्ट्रीय प्रेस दिवस : विश्वसनीयता पत्रकारिता का मूल आधारः अजय कुमार यादव
यंगवार्ता न्यूज़ - सोलन  16-11-2021
 
उपमंडलाधिकारी सोलन अजय कुमार यादव ने कहा कि विश्वसनीयता पत्रकारिता का मूल आधार है और सभी पत्रकारों को अपनी विश्वसनीयता कायम रखते हुए जनहित में कार्य करना चाहिए। अजय कुमार यादव आज यहां राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर उपस्थित पत्रकारांे को सम्बोधित कर रहे थे।

इस वर्ष भारतीय प्रेस परिषद के सुझाव पर ‘मीडिया से किसको डर नहीं ( हू इस नॉट अफ्रेड ऑफ़ मीडिया )’ विषय पर पूरे देश के साथ-साथ सोलन जिला के पत्रकारों द्वारा भी सारगर्भित विचार-विमर्श किया गया।
 
अजय कुमार यादव ने कहा कि मीडिया के विभिन्न आयामों के माध्यम से आमजन को न केवल जन कल्याणकारी नीतियों एवं कार्यक्रमों की जानकारी मिलती है अपितु नियमित संवाद भी स्थापित होता है। उन्होंने कहा कि मीडिया के द्वारा प्रकाशित किए जाने वाले नकारात्मक समाचार सशक्त फीडबैक का कार्य करते हैं।
 
इसके माध्यम से जहां नीतियों एवं कार्यक्रमों को अधिक जनमुखी बनाने में सहायता मिलती है वहीं आमजन की आशाओं का भी ज्ञान होता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में विभिन्न स्तरों पर संवादहीनता डर का एक कारण बन गई है। इसके लिए आवश्यक है कि मीडिया और प्रशासन तथा अन्य आयामों के माध्यम नियमित संवाद हो। उन्होंने कहा कि मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ है और इस स्तम्भ की विश्वसनीयता के माध्यम से विकास एवं विश्वास को नई दिशा प्राप्त होती है।
 
अजय यादव ने मीडिया से आग्रह किया कि विभिन्न समाचारों के सम्प्रेषण से पूर्व सभी पक्षों से उचित जानकारी लेने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि संतुलित समाचार अपने कार्य को सही प्रकार से पूर्ण करता है। उन्होंने कहा कि मीडिया पर दबाव नहीं किन्तु स्व नियंत्रण आवश्यक है।
 
वयोवृद्ध पत्रकार बलदेव चौहान ने इस अवसर पर कहा कि मीडिया विशेष रूप से वेब मीडिया की विश्वसनीयता कायम करने के लिए नीति निर्धारण आवश्यक है। उन्होंने कहा कि नवीन पत्रकारों के ज्ञान में वृद्धि के लिए सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग को कार्यशालाएं आयोजित करनी चाहिएं।
 
पत्रकार शशिभूषण पुरोहित ने कहा कि सूचना क्रांति के वर्तमान युग में मीडिया स्वरूप में व्यापक परिवर्तन हुए हैं। उन्हांेने कहा कि मीडिया का कार्यक्षेत्र एक प्रयोगशाला की तरह है और इसमें होने वाले नित नवीन परीक्षणों से गुज़र कर ही पत्रकार की लेखनी में सुधार आता है।
 
उन्होंने कहा कि सभी पत्रकारों के लिए प्रशिक्षण आवश्यक है और सभी को पत्रकारिता से जुड़े नियमों की जानकारी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि गलत व्यक्ति के मन में ही डर होना चाहिए और सही पत्रकारिता इस डर को उसकी नियति तक पहुंचाने में सहायक सिद्ध होती है। उन्होंने कहा कि पत्रकार समाज को राह दिखाने का काम करते हैं और किसी भी स्तर पर संवादहीनता से भ्रांतियां उत्पन्न होती हैं।

पत्रकार भूपेन्द्र ठाकुर ने कहा कि वर्तमान में व्याप्त डर को समाप्त करने के लिए मीडिया की एकजुटता आवश्यक है। उन्होंने विभिन्न उदाहरणों के माध्यम से सारगर्भित जानकारी प्रदान की।
 
पत्रकार संदीप शर्मा ने कहा कि वर्तमान में मीडिया को विभिन्न कल्याणकारी नीतियों के कारण आ रहे सकारात्मक बदलावों पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि मीडिया द्वारा उपलब्ध करवाई जा रही फीडबैक अत्यन्त महत्वपूर्ण है। पत्रकार कीर्ति कौशल ने कहा कि लेखनी में परिपक्वता समय के साथ आती है और इसके लिए सीखने की ललक आवश्यक है। उन्होंने कहा कि पत्रकार कर्मफल दाता के रूप में कार्य करता है।
 
उन्होंने कहा कि वर्तमान में मीडिया से कोई नहीं डरता। अनैतिक कार्य करने वालों को मीडिया का डर होना चाहिए और इसके लिए मीडिया की एकजुटता आवश्यक है।
 
 संवाददाता अनुराग शर्मा ने कहा कि पत्रकारिता एक दर्पण की तरह समाज को दिशा दिखाने का कार्य करती है। उन्होंने कहा कि पत्रकार किसी को डराने का नहीं अपितु लेखनी के माध्यम से बदलाव लाने का कार्य करते हैं। पत्रकार योगेश शर्मा ने कहा कि नई पीढ़ी को सत्त मार्गदर्शन की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैब मीडिया की सक्रियता काफी अधिक है और रिपोर्टिंग में अब चुनौतियां बढ़ी हैं।
 
पत्रकार नमन ने युवा पत्रकारों की समस्याओं को सबके सामने रखा। जिला लोक संपर्क अधिकारी हेमन्त वत्स ने सभी का स्वागत किया तथा विषय की जानकारी प्रस्तुत की। इस अवसर पर विभिन्न समाचार पत्रों, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के ब्यूरो प्रमुख तथा संवाददाताओं सहित जिला लोक संपर्क अधिकारी कार्यालय के कर्मचारी उपस्थित थे।