- संगड़ाह में प्रवासी मजदूरों के लिए मसीहा बने स्थानीय लोग
उपमंडल प्रशासन ने स्कूल में ठहरने व खाने की व्यवस्था का भरोसा दिया
यंगवार्ता न्यूज़ - संगड़ाह 29-March-2020
लॉकआउट के चलते उपमंडल संगड़ाह में मुसीबत में फंसे प्रवासी मजदूरों की मदद के लिए क्षेत्र के समाजसेवियों द्वारा यथासंभव मदद दिए जाने की कवायद शुरू की जा चुकी है।
उपमंडल संगड़ाह के गांव सैंज में 21 दिन की तारबंदी में फंसे राजस्थान के 30 के करीब प्रवासी मजदूर परिवारों के लोगों को शुक्रवार को जहां समाजसेवी प्रोफेसर रविंद्र शर्मा द्वारा खाद्य सामग्री भिजवाई गई, वहीं शनिवार को स्थानीय ग्रामीण भी उक्त मजदूरों की यथासंभव मदद का भरोसा दे चुके हैं।
सैंज गांव से संबंध रखने वाले समाजसेवी जोगिंद्र सिंह द्वारा सड़क निर्माण का कार्य कर रहे उक्त मजदूरों के ठेकेदार से बात किए जाने के बाद कांट्रेक्टर द्वारा भी एक मजदूर के खाते में पैसे भेजने की बात कही गई है।
मजदूरों के अनुसार यहां काम बंद होने से उन्हें सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है, हालांकि अब उन्हें मदद मिलना भी शुरू हो चुकी है।
शनिवार को कर्फ्यू में ढील के दौरान बस अड्डा बाजार संगड़ाह में खरीदारों की संख्या शुक्रवार से कहीं ज्यादा देखी गई।
कुछ दुकानदारों ने उन्हें आटा व चावल आदि के थोक व्यापारियों से कम आपूर्ति मिलने की भी जानकारी दी।
शनिवार को बाजार में खाद्य पदार्थों की कीमत व गुणवत्ता देखने पहुंचे फूड इंस्पेक्टर चमन लाल ने बताया कि, फिलहाल सगड़ाह में खाद्य पदार्थों की कमी नहीं है।
प्रवासी मजदूरों के ठहरने व खाने की व्यवस्था का खर्च स्थानीय खनन कारोबारी सुप्रीयांक वालिया व राजेंद्र शर्मा आदि उठाने को तैयार है तथा व्यवसाई अशोक कंठ भी मदद का भरोसा दे चुके हैं।
एसडीएम संगड़ाह राहुल कुमार ने कहा कि प्रवासी मजदूरों अथवा तालाबंदी के चलते बेसहारा होने वाले लोगों को ठहरने व खाने की व्यवस्था स्थानीय स्कूल भवन में की जा रही है।
तहसीलदार आत्माराम नेगी के अनुसार फिलहाल यहां 20 बिस्तरों की व्यवस्था की जा रही है।