10वीं कक्षा के विद्यार्थी फर्स्ट और सेकेंड टर्म की आंतरिक और प्री बोर्ड परीक्षाओं के अंकों के आधार पर होंगे प्रमोट

10वीं कक्षा के विद्यार्थी फर्स्ट और सेकेंड टर्म की आंतरिक और प्री बोर्ड परीक्षाओं के अंकों के आधार पर होंगे प्रमोट

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला   06-05-2021

हिमाचल प्रदेश में 10वीं कक्षा के विद्यार्थियों को फर्स्ट और सेकेंड टर्म की आंतरिक और प्री बोर्ड परीक्षाओं के अंकों के आधार पर प्रमोट किया जाएगा। विद्यार्थियों को प्रमोट करने के लिए सीबीएसई का पैटर्न अभी फाइनल नहीं हुआ है। 

सीबीएसई ने स्कूलों से वर्ष भर हुए असाइनमेंट और प्रोजेक्ट वर्क की जानकारी मांगी है। इसके आधार पर विद्यार्थियों को प्रमोट करने की तैयारी है। संभावित है कि इन्हीं जानकारियों को स्कूलों से एकत्र कर राज्य स्कूल शिक्षा बोर्ड वार्षिक परिणाम तैयार करेगा। 

सेंट्रल बोर्ड ऑफ स्कूल एजूकेशन ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों की वजह से 10वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं रद्द कर दी हैं। सीबीएसई ने विद्यार्थियों को प्रमोट करने के लिए रिजल्ट बनाने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। 

सभी संबंधित विद्यालयों को एक फॉर्मेट भेजा है, जिसमें सभी विद्यालयों से वर्ष भर में हुए असाइनमेंट, प्रोजेक्ट वर्क आदि की विस्तृत जानकारियां मांगी गई हैं। इन्हीं के आधार पर विद्यार्थियों का रिजल्ट तैयार किया जाएगा। 

सीबीएसई ने विद्यार्थियों का रिजल्ट तैयार करने के लिए विद्यालयों से 15 बिंदुओं पर जानकारियां मांगी हैं। इनमें स्कूल का नाम, मोबाइल नंबर, रजिस्टर्ड विद्यार्थियों की संख्या, पूरे वर्ष में टर्म व वीकली परीक्षा की स्थिति, उपस्थित विद्यार्थियों की संख्या, कितने टेस्ट हुए, कितने विद्यार्थियों ने परीक्षा दी आदि अन्य जानकारियां शामिल हैं। 

इन्हें एकत्र कर सीबीएसई अपना स्पेशल कांसेप्ट तैयार करेगा, जिसके आधार पर विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम पारदर्शी पूर्ण तरीके से बनाया जाएगा। बुधवार को मंत्रिमंडल ने बोर्ड को सीबीएसई पैटर्न पर परिणाम तैयार करने के आदेश दिए हैं।

शिक्षा मंत्रालय ने कहा कि 10वीं कक्षा का रिजल्ट सीबीएसई की ओर से तैयार एक वैकल्पिक पद्धति से जारी किया जाएगा। जल्द बोर्ड मूल्यांकन का फार्मूला तैयार करेगा। 

अगर कोई छात्र इस पद्धति से दिए गए अंकों से असंतुष्ट होता है तो उसे बाद में मौका दिया जाएगा। हालात ठीक होने पर परीक्षा कराई जाएगी। इसमें ऐसे छात्र अपने अंक सुधार सकते हैं। संभावित है कि प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड भी इसे अपनाएगा।