अनदेखी के चलते जर्जर हो गया लेखाकार भवन , कभी भी गिर सकती है बिल्डिंग 

अनदेखी के चलते जर्जर हो गया लेखाकार भवन , कभी भी गिर सकती है बिल्डिंग 
यंगवार्ता न्यूज़ -  शिलाई    13-10-2020
 
उपमण्डल की ग्राम पंचायत झकाण्ड़ो का धारवा स्थित लेखाकार कार्यालय विभागीय अनदेखी का शिकार हो रहा है। वर्ष 2001-2 मे निर्मित लेखाकार कार्यालय की इतनी दयनीय हालत हो गई है कि दरवाजे, खिडकियां सड़ गई  है दिवारो मे दरारे आ गई है, छत से पानी टपकता रहता है खस्ताहाल लेखाकार कार्यालय को पिछ्ले 5 सालों से कार्य के लिये बन्द किया गया है तथा कार्यालय को कानुनगौ कार्यालय रोनहाट मे शिफ्ट किया गया है जर्जर भवन नीचे न गिरे इसके लिये दरवाजो व खिडक़ीयां पर पत्थर लगाकर टिकाया गया है।
 
जानकारी अनुसार विभाग ने खुद पहले लेखाकार कार्यलाय बनवाया, जिसमे घटिया सामग्री के इतेमाल से भवन जल्द ही जर्जर हो गया तथा कार्यालय मे रखे नक्शे, मुसाबी, (लट्ठा) जमाब्न्दी खराब हो गई, जो रिकार्ड बच गया उसे रोनहाट कानूनगो कार्यालय मे शिफ्ट किया गया, ग्रामीणो को लगभग 8 किलोमीटर का सफर तय करके कार्यालय पहुचाना पड़ रहा है।
 
ग्रामीणो मे पूर्व  प्रधान इन्द्रा देवी, ढ़िमेदार चमेल सिंह, कवंर ठाकुर, जोगेंद्र सिंह, जालम सिंह, भवान सिंह, सतपाल सत्ती ने बताया कि द्राबिल, झकाण्ड़ो सहित नवनिर्मित धारवा पंचायत के लगभग 6 हजार लोगो को पहले तो 8 किलोमीटर सफर करके रोनहाट पहुचना होता है उसके बाद खराब रिकार्ड होने का बहना बनाकर अतिरिक्त रिकार्ड के लिये पावटा साहिब भेजा जाता है।
 
 पिछ्ले लगभग 5 सालों से लोग सफर हो रहे है। हजारो रुपये खर्च करने के बाद 6 महिने मे कही कार्य पूर्ण होता है यदि दूसरा कार्य करवाना हो तो पहले दो महीने कार्य पर खर्च होने वाली धनराशि के लिये मजदूरी करनी होती है  विभाग को कई बार शिकायते की गई लेकिन विभाग कार्यालय निर्माण नही करवा रहा है। 
 
आश्चर्य इस बात का है कि कई बार समस्या के समाधान की अपील की गई है लेकिन विभागीय अनदेखी के कारण भवन अभी तक डिसमैंटल नही हो पाया है।  ऐसे मे नए भवन का सपना व क्षेत्र वासियों की जव्ल्ल्ंत समस्या के समाधान की उम्मीदे धराशही होती नजर आ रही है दुर्गम क्षेत्र होने के चलते भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। 
 
नायब तहसीलदार रोनहाट जय राम शर्मा ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि झकाण्ड़ो मे बने लेखाकार कार्यालय को डिसमैंटल के लिये उच्चाधिकरियों को समय समय पर लिखा गया है, लेकिन उनके कार्यालय को वापिस कोई जबाब नही आया है। झकाण्ड़ो मे लेखाकार कार्यालय को निजी भवन मे शिफ्ट किया जा रहा है। उच्चाधिकारियों के आदेश आते ही जर्जर भवन को डिसमैंटल करके नए कार्यालय को बनाने के लिये फाइल भेजी जाएगी।