अब प्रदेश में नहीं होगी ऑक्सीजन की कमी , मुख्यमंत्री ने छह पीएसए संयंत्रों का लोकार्पण किया

एनएचएम के अंतर्गत दृष्टि, स्कूल हैल्थ एण्ड वैलनेस प्रोग्राम और राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम का शुभारम्भ किया

अब प्रदेश में नहीं होगी ऑक्सीजन की कमी , मुख्यमंत्री ने छह पीएसए संयंत्रों का लोकार्पण किया

एनएचएम के अंतर्गत दृष्टि, स्कूल हैल्थ एण्ड वैलनेस प्रोग्राम और राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम का शुभारम्भ किया


यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला   06-01-2022


मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज वर्चुअल माध्यम से चिकित्सा महाविद्यालय चम्बा, नागरिक अस्पताल चुआरी, चम्बा, दीन दयाल उपाध्याय शिमला, कमला नेहरू अस्पताल शिमला, क्षेत्रीय अस्पताल रामपुर और नागरिक अस्पताल रोहड़ू में 6.60 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित छः पीएसए संयंत्रों का लोकार्पण किया।

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इन छः संयंत्रों में से पांच पीएम केयर्ज के माध्यम से और एक सीएसआर के माध्यम से स्थापित किया गया है। उन्होंने 10 करोड़ रुपये की लागत से दो सीटी स्कैन मशीनों का भी लोकार्पण किया। इनमें से एक सी.टी. स्कैन मशीन सिरमौर जिला के नाहन चिकित्सा महाविद्यालय में और दूसरी चम्बा जिला के चिकित्सा महाविद्यालय में स्थापित हैं।

दोनों मशीनों में 128 स्लाइस है, जिससे अधिक तीव्रता से बीमारी का सूक्ष्मता से निरीक्षण करने में सहायता मिलेगी। उन्होंने नाहन चिकित्सा महाविद्यालय के लिए आधुनिक तकनीक युक्त डिजिटल एक्स-रे मशीन का भी उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत तीन नए स्वास्थ्य कार्यक्रमों का भी शुभारम्भ किया। मिशन दृष्टि के अन्तर्गत 6ठीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों की आंखों की जांच की जाएगी और आवश्यकतानुसार उन्हें निःशुल्क ऐनकें प्रदान की जाएंगी।

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आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत स्कूल हेल्थ एण्ड वैलनेस प्रोग्राम के तहत दो अध्यापकों को प्रत्येक विद्यालय के लिए स्वास्थ्य और वैलनेस एम्बेसडर नियुक्त किया जाएगा और उन्हें किशोरावस्था से जुड़े 11 विषयों के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। ये एम्बेसडर प्रत्येक कक्षा के कम से कम दो विद्यार्थियों को हेल्थ एण्ड वेलनेस मैसेंजर के रूप में तैयार करेंगे।

वर्तमान में यह कार्यक्रम प्रदेश के छः जिलों मंडी, कांगड़ा, ऊना, चंबा और सिरमौर जिलों के 3017 स्कूलों में आरम्भ किया जा रहा है और बाद में इन्हें अन्य जिलों में भी आरम्भ किया जाएगा। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम का भी शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य वर्ष 2025 तक प्रदेश को क्षय रोग मुक्त राज्य बनाना है।

इस अवसर पर उन्होंने क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम से सम्बन्धित दिशा निर्देशों वाली पुस्तिकाओं और स्वास्थ्य विभाग के अन्य प्रकाशनों का भी विमोचन किया। जय राम ठाकुर ने संतोष जताते हुए कहा कि प्रदेश में आज 41 पीएसए संयंत्र, 11,543 डी-टाइप, 3,837 बी-टाइप और 1400 ए-टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर तथा 95 मीट्रिक टन से अधिक ऑक्सीजन क्षमता का उत्पादन करने वाले 5000 से अधिक ऑक्सीजन कॉन्सेन्ट्रेटर हैं।

उन्होंने कहा कि एक समय प्रदेश में केवल दो ऑक्सीजन संयंत्र शिमला और टाण्डा में स्थापित थे। उन्होंने कहा कि आज सिरमौर जिला के नाहन चिकित्सा महाविद्यालय और चम्बा जिला के चिकित्सा महाविद्यालय में पांच-पांच करोड़ रुपये की लागत से एक-एक सिटी स्कैन मशीन जनता को समर्पित की गई है। इन मशीनों के माध्यम से चंबा और सिरमौर जिला के लोगों को उनके घरों के निकट बेहतर नैदानिक सुविधा उपलब्ध होगी।

उन्होंने कहा कि यह मशीनें 128 स्लाइस क्षमता की हैं जिससे मरीजों को अत्याधुनिक सुविधा सुनिश्चित होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार क्षय रोग के उन्मूलन के लिए तत्परता से कार्य कर रही है, जिसके लिए राज्य में सी.बी. नेट मशीनों की संख्या बढ़ाई जा रही है।

उन्होंने कहा कि क्षय रोग के मरीजों को प्रतिमाह 1500 रुपये की आर्थिक सहायता के अतिरिक्त उपचार की अवधि के दौरान भारत सरकार द्वारा प्रतिमाह 500 रुपये प्रदान किए जा रहे हैं। जय राम ठाकुर ने कहा कि पिछले तीन दिनों के दौरान प्रदेश मेें 15 से 18 वर्ष आयु वर्ग के दो लाख से अधिक बच्चों का टीकाकरण किया जा चुका है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि राज्य सभी पात्र बच्चों का टीकाकरण शीघ्रता से पूर्ण करेगा और इस उपलब्धि को हासिल करने वाला देश का पहला राज्य बनकर उभरेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के मामलों में तीव्र वृद्धि चिन्ता का विषय है। उन्होंने लोगों से कोविड अनुरूप व्यवहार सुनिश्चित करने का आग्रह किया क्योंकि आज भी रोकथाम उपचार से बेहतर है। प्रदेश सरकार ने इस संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए कुछ प्रतिबंध लगाए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार स्थिति से भलीभांति परिचित है और किसी भी संभावित घटना से निपटने के लिए तैयार है।

 

शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने इस अवसर पर कहा कि राज्य ने पिछले दो वर्षों के दौरान इस महामारी को सफलतापूर्वक नियंत्रित किया है और इसका श्रेय मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के सक्षम नेतृत्व तथा चिकित्सकों, पैरा-मेडिकल स्टाफ व स्वास्थ्य कर्मियों की समर्पित टीम को जाता है। उन्होंने कहा कि पिछले चार वर्षों के दौरान प्रदेश में स्वास्थ्य संस्थानों को सुदृढ़ किया गया है तथा लोगों को बेहतर और विशिष्ट स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में हिमाचल एक आत्मनिर्भर राज्य बनकर उभरा है। स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. राजीव सैजल ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा आज शुरू किए गए कार्यक्रम प्रदेश को खुशहाल और स्वस्थ बनाने में सहायक सिद्ध होंगे।

 

उन्होंने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक नई तकनीक मेडिसिन ईवेंट और रिमांइडर मॉनिटर (एमईआरएम)  बाॅक्स भी शुरू की जा रही है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहा है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि राज्य निश्चित रूप से देश में पहला क्षय रोग मुक्त राज्य बनने का लक्ष्य हासिल करेगा। स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी ने मुख्यमंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया।

 

उन्होंने इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा प्रारम्भ की गई विभिन्न योजनाओं की मुख्य विशेषताओं का भी विवरण दिया। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक हेमराज बैरवा ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री सरवीण चौधरी , विधायक बलवीर सिंह वर्मा, हीरा लाल, परमजीत पम्मी और किशोरी लाल, पूर्व सांसद प्रो. वीरेन्द्र कश्यप, नगर निगम शिमला की महापौर सत्या कौंडल, हिमफैड के अध्यक्ष गणेश दत्त, मुख्य सचिव राम सुभग सिंह, प्रदेश नागरिक आपूर्ति निगम के उपाध्यक्ष बलदेव तोमर, लैंड मोर्टगेज बैंक की अध्यक्षा शशी बाला शिमला से जबकि सांसद और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुरेश कश्यप और सांसद किशन कपूर, विधायक डॉ. राजीव बिन्दल और विक्रम जरयाल तथा पवन नैयर वर्चुअल माध्यम से आयोजन में शामिल हुए।