एमएमयू ने अभिभावकों की गाढ़ी कमाई पर डाला डाका, छात्रों से वसूली 103 करोड़ अतिरिक्त फीस..
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 09-06-2022
हिमाचल प्रदेश में निजी शिक्षण संस्थानों द्वारा प्रदेश के छात्रों के साथ लूट की जा रही है। जहां हिमाचल प्रदेश में कुछ वर्षों से स्कॉलरशिप घोटाला सुर्खियों में रहा है।
वहीं अब हाल ही में हिमाचल प्रदेश के सोलन जिला स्थित एक निजी मेडिकल कॉलेज द्वारा मेडिकल के छात्रों से करीब 100 करोड रुपए से अधिक की अतिरिक्त फीस वसूली का मामला सामने आया है।
बताते हैं कि सोलन स्थित निजी शिक्षण संस्थान एमएमयू द्वारा मेडिकल के छात्रों से कोविड-19 के दौरान से लेकर अब तक करीब 103 करोड रूपए की अतिरिक्त फीस की वसूली की है।
जिसके चलते हिमाचल प्रदेश निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग द्वारा निजी शिक्षण संस्थान पर करीब 45 हजार का जुर्माना किया है।
जानकारी के मुताबिक हिमाचल प्रदेश शिक्षण संस्थान नियामक आयोग द्वारा इस प्रकरण की जांच की गई। जांच में पाया गया कि एमएमयू द्वारा मेडिकल के छात्रों से करीब करीब 100 करोड रुपए से अधिक की अतिरिक्त फीस वसूली की है।
बताते हैं कि हिमाचल प्रदेश निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग के पास एमएमयू के अलावा हिमाचल प्रदेश की करीब 3 दर्जन से अधिक शिक्षण संस्थानों की शिकायतें आई है। जिस पर नियामक आयोग कार्रवाई कर रहा है। इस कड़ी में एमएमयू पर करीब 45 हजार का जुर्माना लगाया है।
ये आदेश आयोग के चेयरमैन मेजर जनरल (ओतुल कौशिक ने 2013-14 बैच की एमबीबीएस स्टूडेंट डाॅ. निवेदिता राव व डाॅ. यामिनी की शिकायत की याचिका पर पारित किए हैं।
आदेश में खुलासा हुआ है कि मेडिकल काॅलेज में करीब 1200 छात्रों से अब तक 103 करोड़ 96 लाख 53 हजार रुपए की अतिरिक्त टयूशन फीस वसूली जा चुकी है।
छात्राओं में महर्षि मार्कंडेश्वर मेडिकल काॅलेज व हाॅस्पिटल में एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए 2014 में दाखिला लिया था। शिकायत करने वाली छात्राओं ने कहा था कि उनसे साढ़े 4 साल की बजाय 5 साल की फीस वसूली गई है।