1 माह के भीतर रिक्त पदों को भरने की मांग, वरना करेंगे भूख हड़ताल
प्रीति चौहान - पांवटा साहिब 18-03-2021
आखिरकार पांवटा साहिब के आंजभौज क्षेत्र के राजपूर में सीएचसी में लम्बे समय से डाक्टर न होने से ग्रामीणों के सब्र का बांध टूट गया और आज आंजभोज क्षेत्र के दर्जनों लोगों ने राजपुर में हिमाचल सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और प्रदर्शन किया। इलाके के लोगों का कहना है
राजपुर सीएचसी अस्पताल में डॉक्टरों सहित कई अन्य स्टाफ के कई पद रिक्त पड़े है , जिसके चलते अब स्थानीय लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पहुंच गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले कई वर्षों से सीएचसी में डाक्टरों समेत पैरामेडिकल के पद रिक्त पड़े हैं , जिससे कि आज क्षेत्र के कई गांव के लोगों को छोटी से छोटी बीमारी के लिए भी दूरदराज के क्षेत्रों के लोगों को पांवटा साहिब या फिर उत्तराखंड का रुख करना पड़ता है।
वीरवार को आँजभोज के लोग सड़कों पर उतरे और राजपुर बाजार को बंद कर नारेबाजी की। लोगों का कहना है कि राजपुर में अस्पताल होने के बावजूद भी ग्रामीणों को शहरों के अस्पतालों में ठोकरें खानी पड़ रही है , जिसके लिए आमजन ने प्रशासन और सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। लोगों ने राजपुर बाजार से लेकर एसबीआई बैंक तक रैली निकाली।
इस दौरान लोगों ने सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की, और सरकार से जल्द सीएचसी राजपुर में डॉक्टरों के साथ-साथ अन्य पदों को भरने की मांग भी की है। लोगों ने बताया कि लगभग 40 हजार की आबादी के लिए बना सीएचसी अस्पताल केवल एक ही डॉक्टर के सहारे चल रहा है।
यही नहीं शाम 4 बजे से अगली सुबह 10 बजे तक मरीजों के स्वास्थ्य की देखभाल करने के लिए कोई अन्य डॉक्टर ना होने के कारण हजारों लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है।
लोगों ने बताया कि एक महीने में यदि सीएचसी राजपुर में रिक्त पदों को नहीं भरा गया तो लोग एक बार फिर से आंदोलन करेंगे और इस बार वो भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे। तब तक नहीं उठेंगे जब तक इनकी मांग पूरी नहीं हो जाती।
गौर हो कि कुछ दिन पहले भी एक स्थानीय युवक सांकेतिक धरने पर बैठा था जिसने शासन प्रशासन को बता दिया था कि यदि एक महीने बाद उनकी मांगे नहीं सुनी गई तो यह लोग आंदोलन करेंगे लिहाजा अब यह लोग सड़कों पर उतरे और यहां जमकर नारेबाजी की।