करोड़ों रुपए की लागत से कांगड़ा में लगेगा हनी प्रोसेसिंग प्लांट
यंगवार्ता न्यूज़ -कांगड़ा 02-08-2020
बी कीपर्स के लिए कांगड़ा में अब हनी प्रोसेसिंग प्लांट लगने जा रहा है। हिमाचल का अब तक का सबसे बड़ा और पहला ऐसा प्लांट होगा, जिसे एक करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया जाएगा।
रानीताल क्षेत्र में इस प्लांट को लगाने के लिए विभाग ने डीपीआर तैयार कर अप्रूवल के लिए सरकार को भेज दी है। इस प्लांट के लगने से कांगड़ा सहित प्रदेश भर के मधुमक्खी पालकों को फायदा होगा।
हालांकि जिला स्तर कुछेक प्रोसेसिंग प्लांटों को संचालन भी हो रहा है, लेकिन रानीताल का यह प्लांट सबसे बड़ा होगा। इतने बड़े स्तर पर लगने जा रहे इस प्लांट में औसतन रोजाना 15 से 20 क्विंटल हनी प्रोसेस होगा।
इस प्लांट में लैब, हनी प्रोसेसिंग मशीन, पैकिंग ग्रेडिंग हाउस व स्टोरेज रूम सहित अन्य आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध रहेगी। रानीताल में प्रस्तावित इस प्लांट को सेना से सेवानिवृत्त हुए एक अधिकारी लगाने जा रहे हैं।
इसका सीधा लाभ मधुमक्खी पालन कर रहे कांगड़ा के तीन हजार से ज्यादा परिवारों को मिलेगा। इस प्लांट पर सरकार भी तय अनुपात के तहत सबसिडी देगी। कांगड़ा में लगने जा रही यह पहली बड़ी इकाई है। इस प्लांट में शहद को डबल फिल्टर किया जाएगा।
शहद से मोम आदि को अच्छी तरह से अलग व फिल्टर होने बाद इसकी ग्रेडिंग व पैकिंग की जाती है, जिसके मार्किट में काफी अच्छे दाम मिलते हैं।
बता दें कि मधुमक्खी पालन में कांगड़ा जिला उत्तरी क्षेत्र में पहले पायदान पर है। कागड़ा के तीन हजार से ज्यादा परिवार मौनपालन कर रहे हैं। औसतन जिले में दो लाख किलो शहद का उत्पादन किया जा रहा है।
उत्तरी क्षेत्र कांगड़ा के विषयवाद विशेषज्ञ डा. अजय कुमार ने बताया कि मौनपालकों को जल्द कांगड़ा में प्रदेश के सबसे बड़े हनी प्रोसेसिग प्लांट की सौगात मिलेगी। एक करोड़ रुपए की लागत से प्लांट लगाया जाएगा।
यहां रोजाना करीब 15 से 20 क्विंटल हनी प्रोसेस होगा। फिलहाल प्लांट की डीपीआर तैयार कर फाइल अप्रूवल के लिए निदेशालय भेजी गई है। कांगड़ा में तीन हजार से ज्यादा परिवार मधुमक्खी पालन कर रहे हैं।