कोविड और मानसून से निपटने को तत्परता दिखाए जिला प्रशासन : मुख्यमंत्री

कोविड और मानसून से निपटने के लिए जिला प्रशासन तत्परता दिखाए। पर्यटक नदियों के किनारे बने कैंप साइट में जाने से परहेज करें और पर्यटन कारोबारी भी इस संबंध में प्रशासन और सरकार का सहयोग करें

कोविड और मानसून से निपटने को तत्परता दिखाए जिला प्रशासन : मुख्यमंत्री

वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रशासन को जारी किए दिशा निर्देश

यंगवार्ता न्यूज़ - कुल्लू      06-07-2022

कोविड और मानसून से निपटने के लिए जिला प्रशासन तत्परता दिखाए। पर्यटक नदियों के किनारे बने कैंप साइट में जाने से परहेज करें और पर्यटन कारोबारी भी इस संबंध में प्रशासन और सरकार का सहयोग करें। 

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने ये दिशा निर्देश आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जिला प्रशासन को जारी किए। उन्होंने कहा कि कोविड से निपटने के लिए भी जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग तत्पर रहे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बचाव कार्य में प्रशासन की ओर से बेवजह की देरी न हो। उन्होंने निरमंड खंड के अंतर्गत इस माह शुरु होने वाली श्रीखंड यात्रा पर भी प्रशासन से फीडबैक लिया। साथ ही सेब सीजन में पेश आने वाली दिक्कतों को दूर करने के दिशा निर्देश भी जारी किए। 

उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग, बिजली विभाग और आईपीएच सहित अन्य संबंधित विभाग अलर्ट रहें और किसी भी घटना से निपटने के लिए तेजी दिखाएं।

वहीं एडीएम कुल्लू प्रशांत सरकैक ने मुख्यमंत्री को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जानकारी देते हुए कहा कि मणिकर्ण घाटी में भारी बारिश के दौरान नालों में तेज बहाव के कारण एक महिला और चार अन्य लोग लापता हैं। 

इसके अलावा बवेली के पास एक वाहन के व्यास नदी में गिरने से दो लोग लापता हैं। इस हादसे में एक व्यक्ति को बचाया गया है। उन्होंने कहा कि प्रशासन मणिकर्ण घाटी में राहत एवं बचाव कार्य में जुटा हुआ है।

एडीएम ने कहा कि जिला कुल्लू में अधिकतर लोगों की कोविड वैक्सीनेशन हो चुकी हैं। प्रतिदिन 200 से 250 लोगों की वैक्सीनेशन की जा रही है। इसमें से करीब 6 फीसदी लोगों को कोविड की पुष्टि हो रही है। उन्होंने श्रीखंड यात्रा को लेकर भी मुख्यमंत्री के साथ जानकारी साझा की।

एडीएम कुल्लू प्रशांत सरकैक ने स्थानीय लोगों और पर्यटकों से अपील की है कि बरसात के मौसम में नदी नालों से दूर रहें। सेल्फी या फोटोग्राफी के लिए पर्यटक नदी में न उतरें। भारी बारिश की चेतावनी के दौरान अनावश्यक यात्रा को टालें। 

नदी के किनारे कैंप साइट से पर्यटक परहेज करें और पर्यटन कारोबारी भी इस संबंध में सहयोग करें। भूस्खलन वाले स्थानों पर सभी लोग विशेष एहतियात बरतें। उनका कहना है कि मानसून से निपटने के लिए प्रशासन मुस्तैद है।