गिरिपार खश- कनैत केंद्रीय समिति ने सरकार से राजस्व रिकार्ड में दर्ज गलत इंद्राज को ठीक करने की मांग 

गिरिपार खश- कनैत केंद्रीय समिति ने सरकार से राजस्व रिकार्ड में दर्ज गलत इंद्राज को ठीक करने की मांग 

यंगवार्ता न्यूज़ - राजगढ़   24-08-2020

गिरिपार खश- कनैत केंद्रीय समिति की बैठक अध्यक्ष वेद प्रकाश ठाकुर की अध्यक्षता में हुई। जिसमें खश- कनैत समितियों का गठन खण्ड स्तर पर करने व उसके पश्चात पंचायत स्तर पर करने का निर्णय लिया गया। 

केंद्रीय समिति ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, प्रधान सचिव एवं वितीय आयुक्त (राजस्व) व उपायुक्त सिरमौर को पत्र लिख आग्रह किया कि राजस्व रिकार्ड में  गिरिपार क्षेत्र की प्रमुख जाति खश- कनैत का इंद्राज गलत ढंग से 'राजपूत' किया गया है। 

उसे 1931 के बंदोबस्त व 1934 के सिरमौर रियासत के गजेटियर के अनुसार 'खश- कनैत' किया जाए। समिति के अध्यक्ष वेद प्रकाश ठाकुर ने बताया कि आरजीआई ने गिरिपार के हाटी समुदाय के मामले में इन गलत तथ्यों पर आपत्ति जताई है। 

आरजीआई ने कहा था कि गिरिपार में तीन जातियां ब्राह्मण, राजपूत व अनुसूचित जातियाँ है। अनुसूचित जाति पहले ही अधिसूचित है, जबकि राजपूत व ब्राह्मण को जनजातीय दर्जा नहीं दिया जा सकता है। 

समिति ने आरजीआई को भी पत्र लिखकर बताया है कि गिरिपार में ब्राह्मण व राजपूत नहीं अपितु भाट व खश- कनैत जातियां रहती है। समिति ने इस मुहिम को आम लोगों तक पहुंचाने का निर्णय लिया और सरकार से आग्रह किया कि इन गलत तथ्यों को ठीक करके उन्हें न्याय दें। 

अन्यथा गिरिपार क्षेत्र की साठ प्रतिशत आबादी वाली खश कनैत जाति संघर्ष की राह अपनाने पर विवश होगी। बैठक में केंद्रीय समिति के संरक्षक सतीश ठाकुर, उपाध्यक्ष जगदीश वर्मा, हेमचन्द कमल, महासचिव हरदेव वर्मा, कोषाध्यक्ष रत्तन हाब्बी, सचिव प्रमोद पुण्डीर, सह सचिव जितेंद्र वर्मा व अनुज ठाकुर भी उपस्थित थे।