डीडीयू में लंगर बन्द करने के आदेश, राजनीति की भेंट चढा लंगर
शिमला में लंगर विवाद खत्म नही बो रहा है कभी आइजीएमसी तो कभी डीडीयू में लंगर राजनीति की भेंट चढ़ रहा है। जहां आईजीएमसी में 17 माह पहले आल्माईटी बलैसिंग संस्था के लंगर को लेकर विवाद हुआ था और लंगर की बिजली पानी का कनैक्शन ही काट दिया
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 28-12-2022
शिमला में लंगर विवाद खत्म नही बो रहा है कभी आइजीएमसी तो कभी डीडीयू में लंगर राजनीति की भेंट चढ़ रहा है। जहां आईजीएमसी में 17 माह पहले आल्माईटी बलैसिंग संस्था के लंगर को लेकर विवाद हुआ था और लंगर की बिजली पानी का कनैक्शन ही काट दिया था।
वहीं अब डी.डी.यू. अस्पताल में चल रहे नोफल संस्था के लंगर को बंद करने का नोटिस आया है। डी.डी.यू. के चिकित्सक अधिकक्षक की तरफ से यह नोटिस जारी किया गया है कि 31 दिसम्बर तक लंगर की जगह को खाली करवाया जाए। नोटिस में यह भी साफ बात लिखी गई है कि डीडीयू में जगह का काफी अभाव है।
यहां पर सीएमओ ऑफिस के लिए भी जगह नहीं है। ऐसे में नोफेल को लंगर की जगह खाली करनी पड़ेगी। अब देखना यह है कि नो फेल संस्था क्या लंगर को बंद करती है या फिर यहां पर भी आई.जी.एम.सी. जैसा ही बवाल होगा।
हालांकि अभी नोफल संस्था ने लंगर बंद नहीं किया है। यहां पर विवाद इतना जरूर हुआ है कि नोफल के अध्यक्ष का कहना है कि उन्हें लंगर को चलाने के लिए 5 साल दिए थे, लेकिन चिकित्सक अधीक्षक कहते है कि प्रशासन की तरफ से सिर्फ 6 महीने की एक्सटेंशन दी गई थी।
दोनों ही लंगर में सैकड़ों गरीब लोग खाना खाते है। यहां पर सवाल तो यह भी है कि प्रशासन दोनों ही जगह आई.जी.एम.सी. व डी.डी.यू. में लंगर लगाने के लिए पहले ही ठीक से जगह दी जाती तो यह बवाल ना मचता।
लोकिंद्र शर्मा, चिकित्सक अधीक्षक डी.डी.यू. अस्पताल ने बताया कि नोफल संस्था को हमने लंगर खाली करने को लेकर नोटिस दिया है। हमने पहले 6 माह के लिए नोफल वालों को एक्सटैंशन दी थी। अब डी.डी.यू. में जगह की भी काफी कमी खल रही है।
यहां पर सी.एम.ओ. ऑफिस के लिए भी जगह नहीं है। वहीं सरकार की तरफ से भी ऐसे कोई ऑडर नहीं आए है की इन्हें हम और एक्सटेंशन दें। मुझे अभी डी.डी.यू. प्रशासन की तरफ से कोई नोटिस नहीं आया है। मैने सोशल मीडिया पर ही नोटिस देखा है।
अगर मुझे नोटिस आता है तो में खाली कर दूंगा। वैसे प्रशासन व पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने मुझे लंगर चलाने को 5 साल के लिए कहा गया था। जैसे ही मुझे नोटिस आता है तो उसके बाद में आर.टी.आई. भी लगाऊंगा। अगर 6 महीने के लिए मुझे लंगर चलाना तो मैं खाली कर दूंगा। इसमें ऐसा कुछ नहीं है हम तो गरीब लोगों के लिए ही लंगर लगा रहे थे।