तिरंगे में लिपटे लाल को देख कर बेसुध हुए बूढ़े मां-बाप , बिलख-बिलख कर शव से लिपट गई पत्नी 

पत्नी नेहा शहीद पति के पार्थिव शरीर से लिपट गई और रोते-बिखलाते बेहोश हो गई। माता- पिता, भाई-बहन ने शहीद की देह को अपनी बाहों से जकड़ लिया। जब शहीद की अंतिम यात्रा शुरू हुई, तो मां हीरा देवी और पत्नी ने रोते बिलखते संदीप की अर्थी को कंधा

तिरंगे में लिपटे लाल को देख कर बेसुध हुए बूढ़े मां-बाप , बिलख-बिलख कर शव से लिपट गई पत्नी 
 
यंगवार्ता न्यूज़ - मंडी   03-05-2023
 
पत्नी नेहा शहीद पति के पार्थिव शरीर से लिपट गई और रोते-बिखलाते बेहोश हो गई। माता- पिता, भाई-बहन ने शहीद की देह को अपनी बाहों से जकड़ लिया। जब शहीद की अंतिम यात्रा शुरू हुई, तो मां हीरा देवी और पत्नी ने रोते बिलखते संदीप की अर्थी को कंधा दिया। 
 
 
बूढ़े पिता हीरा लाल बेटे को इस तरह देख बेसुध से हो गए। यह हृदय विदारक मंजर था मंडी जिला के रिवालसर का, जहां असम की दरांग फील्ड फायरिंग रेंज में हुई एक दुर्घटना में रिवालसर के सरध्वार गांव का संदीप कुमार शहीद हो गया। बुधवार को जैसे ही शहीद की देह पैतृक गांव पहुंची, पूरे गांव में चीखो-पुकार होने लगी। 
 
 
 
किसी के भी आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। पूरा क्षेत्र शहीद संदीप कुमार अमर रहे के नारों से गूंजता रहा। उनके अंतिम दर्शन के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। राजकीय सम्मान के साथ तिरंगे में लिपटे पार्थिव शरीर पर नजर पड़ते ही परिजनों की चीख पुकारों से सभी की आंखे नम हो गईं। बता दें कि संदीप कुमार असम में सोमवार को शहीद हो गए थे। तीस वर्षीय संदीप कुमार एक महीने पहले ही छुट्टी काट कर वापस गए थे।