दूध उत्पादन में रिकार्ड बनाएगा हिमाचल, 2022-23 में आंकड़ा 16.50 लाख टन रहने का अनुमान

प्रदेश में दूध उत्पादन और प्रति व्यक्ति प्रतिदिन उपलब्ध दूध की मात्रा के आंकड़े ने 2022-23 में नए रिकार्ड की ओर कदम बढ़ा दिए हैं। अभी तक के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में दूध के उत्पादन का आंकड़ा पहली बार साढ़े 16 लाख के आंकड़े को पार कर गया

दूध उत्पादन में रिकार्ड बनाएगा हिमाचल, 2022-23 में आंकड़ा 16.50 लाख टन रहने का अनुमान

यंगवार्ता न्यूज़ - कांगड़ा       17-03-2023

प्रदेश में दूध उत्पादन और प्रति व्यक्ति प्रतिदिन उपलब्ध दूध की मात्रा के आंकड़े ने 2022-23 में नए रिकार्ड की ओर कदम बढ़ा दिए हैं। अभी तक के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में दूध के उत्पादन का आंकड़ा पहली बार साढ़े 16 लाख के आंकड़े को पार कर गया है, तो प्रति व्यक्ति प्रति दिन उपलब्ध दूध का ग्राफ भी 650 ग्राम तक जा पहुंचा है। 

2022-23 में बीते साल के मुकाबले दूध उत्पादन में 2.4 फीसदी का इजाफा दर्ज होने का अनुमान है। प्रदेश में दूध उत्पादन के आंकड़े बताते हैं कि 2011-12 के बाद से हर साल दूधोत्पादन के आंकड़े में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। प्रदेश में दूध की पैदावार के क्षेत्र में जिला मंडी और जिला कांगड़ा का योगदान सबसे अधिक है। 

जिला मंडी और जिला कांगड़ा के पशुपालक पिछले कई वर्षों से लगातार 200 लाख टन से अधिक दूध की पैदावार कर रहे हैं। 2011-12 में प्रदेश में 11.20 लाख टन दूध का उत्पादन हुआ था और यह आंकड़ा 2014-15 में 11.72 लाख टन तक पहुंच गया। उस समय प्रदेश में प्रति व्यक्ति प्रतिदिन उपलब्ध दूध की मात्रा 468 ग्राम थी।

2015-16 में दूध उत्पादन में 9.7 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई और आंकड़ा 12 लाख टन को पार कर 12.83 लाख टन तक जा पहुंचा और प्रति व्यक्ति प्रति दिन उपलब्ध दूध का ग्राफ भी पहली बार 500 को पार कर 511 ग्राम तक जा पहुंचा। 

2016-17 में प्रदेश में 13.28 लाख टन दूध की पैदावार हुई और बढ़ते-बढ़ते 2021-22 में यह आंकड़ा 16.15 लाख टन तक जा पहुंचा। अब इस साल के लिए दूध की पैदावार 16.54 लाख टन पहुंचने का अनुमान है, जो कि एक नया रिकार्ड होगा। -एचडीएम

प्रदेश में रोजाना 17 से 19 लाख लीटर दूध की आवश्यक्ता रहती है। पशुपालकों की मदद से प्रदेश अपनी दूध की जरुरत को काफी हद तक पूरा करने में सक्षम है। एक अनुमान के अनुसार पड़ोसी राज्यों से भी रोजाना करीब दो लाख लीटर दूध प्रदेश में पहुंच रहा है।