दलगत राजनीति का शिकार हुआ सिविल अस्पताल , पांच डॉक्टरों समेत 89 पद रिक्त 

उपमंडल पांवटा साहिब सिविल अस्पताल में लगभग दो साल से अधिक का समय बीत गया गया है।

दलगत राजनीति का शिकार हुआ सिविल अस्पताल , पांच डॉक्टरों समेत 89 पद रिक्त 

अंकिता नेगी - पांवटा साहिब   13-12-2021


उपमंडल पांवटा साहिब सिविल अस्पताल में लगभग दो साल से अधिक का समय बीत गया गया है। बावजूद इसके भी रेडियोलॉजिस्ट का पद आज भी रिक्त है। इसी संदर्भ में बाह्ती विकास युवा मंच ने तहसीलदार वेद प्रकाश अग्निहोत्री को ज्ञापन सौंपा और विधानसभा तक इस मुद्दे को पहुंचाने की मांग की है।

बताते चले कि अभी पांच डॉक्टरों समेत 89 पद रिक्त पड़े हुए हैं और सरकार की तरफ से लगातार इस ओर अनदेखी हो रही है, जिसका भुगतान आम जनता को करना पड़ रहा है।

बाह्ती विकास युवा मंच ने पहले भी इस बाबत जून 2021 में अस्पताल प्रशासन सहित सरकार को ज्ञापन सौंपा था लेकिन सरकार के कानों पर जूं तक नही रेंगी है।

मंच के अध्यक्ष सुनील चौधरी का कहना है कि अस्पताल प्रशासन की तरफ से उन्हें आश्वसन देकर टाल दिया गया और डॉक्टरों के पद भरने की अधिसूचना जारी कर दी , लेकिन अभी तक सिर्फ आर्थो के डॉक्टर ने पदभार ग्रहण किया है बाकी अन्य सभी पद रिक्त पड़े हैं।

उन्होंने कहा कि जल्द ही यदि सरकार सिविल अस्पताल पांवटा साहिब में डॉक्टरों की तैनाती नही करती है तो 18 दिसम्बर के बाद तुरंत ही अन्य संगठनों के साथ मिलकर प्रदर्शन व भूखहड़ताल की जाएगी, जिसकी जिम्मेदार सरकार व अस्पताल प्रशासन होगी।

सुनील ने कहा कि अल्ट्रासाउंड मशीन भी आज एक रेडियोलॉजिस्ट के लिए तरस रही है। गर्भवती महिलाओं, आम आदमी को इस महंगाई के दौर में निजी अस्पतालों में जाकर महंगे दाम पर इलाज करवाना पड़ रहा है, जिस से आम आदमी की जेब ढीली करके निजी अस्पताल चांदी कूट रहे हैं। 

लोगों का कहना है कि विधानसभा सत्र में इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया जाए, ताकि मुख्यमंत्री को भी आभास हो सके और यदि तबभी सरकार नही मानती तो फिर युवा मंच प्रदर्शन करेगा ,जिसका असर आने वाले चुनावों में ऊर्जा मंत्री को भुगतना पड़ सकता है।

इस मौके पर बाह्ती विकास युवा मंच के अध्यक्ष सुनील चौधरी, नरेश चौधरी, हिमांशु परवाल, सुरेन्द्र पाल, प्रदीप चौधरी, धर्मपाल, आदि युवा मंच के सदस्य मौके पर मौजूद रहे ।