दिल्ली कूच करेंगे बागवान , एपल फेडरेशन ऑफ इंडिया के बैनर तले 4 अप्रैल को होगा विरोध प्रदर्शन

हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर का सेब उद्योग संकट के दौर से गुजर रहा है। इसे बचाने के लिए बागवान बीते साल ढाई महीने तक लंबा आंदोलन लड़ चुके हैं। अब बागवान दिल्ली के जंतर-मंतर का रुख करने जा रहे

दिल्ली कूच करेंगे बागवान , एपल फेडरेशन ऑफ इंडिया के बैनर तले 4 अप्रैल को होगा विरोध प्रदर्शन
 
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला   20-03-2023
 
हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर का सेब उद्योग संकट के दौर से गुजर रहा है। इसे बचाने के लिए बागवान बीते साल ढाई महीने तक लंबा आंदोलन लड़ चुके हैं। अब बागवान दिल्ली के जंतर-मंतर का रुख करने जा रहे हैं। एपल फेडरेशन ऑफ इंडिया के संयोजक सोहन ठाकुर ने बताया कि हिमाचल और जम्मू कश्मीर के बागवान 4 अप्रैल को जंतर-मंतर पर धरना देंगे। 
 
 
इस दौरान सेब की बागवानी पर आए संकट को केंद्र सरकार के समक्ष उठाया जाएगा। उन्होंने बताया कि सेब पर बीते 3 सालों में इनपुट-कॉस्ट दोगुना हुई है। ऐसे वक्त में सरकार कृषि इनपुट पर सब्सिडी खत्म कर रही है। इससे खाद, बीज और दवाइयां किसानों और बागवानों की पहुंच से दूर हो रही हैं। सोहन ठाकुर ने बताया कि पहाड़ी राज्य हिमाचल, जम्मू कश्मीर और उत्तराखंड के बागवान सालों से सेब पर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।
 
 
 प्रधानमंत्री बनने से पहले नरेंद्र मोदी ने प्रदेश के बागवानों से 2 बार सेब पर आयात शुल्क बढ़ाने का वादा किया था, लेकिन आज तक इसे पूरा नहीं किया गया। इससे पहाड़ी राज्यों के सेब बागवान मुश्किल में हैं। दुनिया के 44 मुल्कों से थोक में सेब के आयात होने की वजह से हिमाचल और जम्मू कश्मीर के सेब बागवानों को उचित दाम नहीं मिल पा रहे हैं। इससे सेब की खेती अब घाटे का सौदा साबित होने लगी है। 
 
 
सोहन ठाकुर ने बताया कि दिल्ली में प्रदर्शन के दौरान जमीन बेदखली के आदेश वापस लेने, उचित किराए का निर्धारण, सिंगल यूज क्रेट को लागू करने, कृषि उपकरणों पर जीएसटी को खत्म करने जैसी मांगें भी उठाई जाएंगी। सेब उत्पादक संघ ठियोग के अध्यक्ष महेंद्र वर्मा ने बताया कि आक्रमणकारी ताकतों से निपटने के लिए बागवानों को संगठित होना होगा। 
 
 
अब एपल फेडरेशन सेब बागवानों के आंदोलन को राष्ट्रीय स्तर पर लड़ेगी। सरकारें कॉर्पोरेट घरानों के पालन-पोषण के लिए सेब उद्योग को संकट में डाल रही हैं। बागवानों को इसके खिलाफ संगठित होकर लड़ाई लड़नी होगी।