यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 06-05-2021
निजी बस ऑपरेटरों की हड़ताल के चौथे दिन गुरुवार को प्रदेश के कुछ ऑपरेटरों ने अपनी बसों का संचालन शुरू कर दिया है। बस ऑपरेटरों का तर्क है कि कोरोना कर्फ्यू से पहले लोगों को घर छोड़ने के लिए बसों का संचालन शुरू किया है। साथ ही बसें खड़ी रहेगी तो चालक-परिचालकों का गुजारा कैसे होगा।
सवारियां बहुत कम हैं लेकिन जिन लोगों को सफर करना है, उन्हें बस सेवा उपलब्ध करवाना उनकी जिम्मेदारी है। गुरुवार को निजी बस ऑपरेटरों ने शिमला से शिलाई, कुपवी, कांगड़ा, सोलन और शिमला शहर में लोकल रूटों पर बस सेवा शुरू कर दी है।
बस ऑपरेटर सुशीला ठाकुर ने बताया कि कोरोना में आम यात्रियों की सुविधा और अपने चालक-परिचालकों के हित में बस का संचालन शुरू किया है। सवारियां मिलती रही तो लगातार बसें चलाते रहेंगे। जीत कोच बस सर्विस के संचालक अरुण ठाकुर ने बताया कि गुरुवार से उन्होंने शिलाई और कुपवी से शिमला रूट पर बसें चलाई हैं। सवारियां बहुत कम हैं। डीजल का खर्च और स्टाफ का वेतन भी मुश्किल से निकलेगा। न्यू प्रेम बस सर्विस ने भी प्रदेश के 10 चुनिंदा रूटों पर सेवा शुरू कर दी है।
राजधानी शिमला की चिंतपूर्णी बस सर्विस ने गुरुवार को भी अपनी 7 बसों का संचालन जारी रखा। चिंतपूर्णी बस सर्विस के संचालक विवेक शर्मा ने बताया कि आम लोगों की सुविधा और अपने स्टाफ के हित में वह लगातार अपनी बसों का संचालन करते रहेंगे। शिमला में एक अन्य बस ऑपरेटर ने भी 3 बसें रूटों पर उतारीं लेकिन दोपहर के समय बसें खड़ी कर दीं। न्यू प्रेम बस सर्विस के संचालक पारस सोनी ने बताया कि 10 रूट शुरू कर दिए हैं। चरणबद्ध तरीके से सभी 80 रूट चला दिए जाएंगे।
बस ऑपरेटर अगर हड़ताल पर अड़े रहेंगे तो हमारा स्टाफ कहां जाएगा। यात्रियों की सुविधा और स्टाफ के हित में बसें चलाई जाएंगी। टैक्स माफ करने की मांग का हम पूरा समर्थन करते हैं क्योंकि ऑपरेटरों को नुकसान में बसें चलानी पड़ रही हैं। उम्मीद है कि सरकार भी जरूर हमारी मदद करेगी।
निजी बस ऑपरेटर यूनियन के महासचिव रमेश कमल ने बताया कि कोरोना कर्फ्यू से पहले कुछ ऑपरेटरों ने अपने स्टाफ और लोगों को घर छोड़ने के लिए बसें चलाई हैं। उम्मीद है कि सरकार हमारी मांगों को जल्द पूरा करेगी। परिवहन मंत्री बिक्रम सिंह ने हिमाचल प्रदेश प्राइवेट बस ऑपरेटर यूनियन से हड़ताल खत्म करने की अपील की है।
मंत्री का कहना है कि हड़ताल से महामारी के संकटकाल में आम जनता को असुविधा का सामना करना पड़ सकता है। प्रदेश सरकार 16 मई के बाद प्राइवेट बस ऑपरेटर यूनियन से वार्ता कर उनकी जायज मांगों का समाधान करेगी। वर्तमान में पूरा विश्व कोरोना महामारी के संकट के दौर से गुजर रहा है और प्रदेश भी इससे अछूता नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार निजी बस ऑपरेटरों के क्रियाशील पूंजी एवं टैक्स माफी के प्रस्ताव पर गंभीरता से विचार कर रही है।