बर्ड फ्लू की आशंका के चलते पौंग झील बंद , बेरंग लौटे पर्यटक

बर्ड फ्लू की आशंका के चलते पौंग झील बंद , बेरंग लौटे पर्यटक

यंगवार्ता न्यूज़ - काँगड़ा 28-03-2021

पौंग झील क्षेत्र के मनमोहक स्थलों का नजारा पर्यटकों के लिए फिर दूर हो गया है। झील क्षेत्र में वीरवार से लगातार प्रवासी पक्षियों की हो रही मौत के बाद बर्ड फ्लू की आशंका के कारण वन्यप्राणी विंग के अधिकारियों ने रविवार से यहां पर्यटकों की आवाजाही पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है।

रविवार की छुट्टी के कारण धर्मशाला, पालमपुर व बैजनाथ से पर्यटक अपने परिवार के साथ पौंग झील का नजारा देखने नगरोटा सूरियां में मुख्यद्वार पर पहुंचे। लेकिन द्वार पर ताला लटका होने व प्रतिबंध की खबर सुन मायूस होकर वापस जाना पड़ा। छुट्टी के दिन पौंग झील में रेंसरगढ़ी व बाथू लड़ी मंदिर देखने के लिए पर्यटकों का तांता लग जाता है।

बाथू की लड़ी गुगलाडा व नगरोटा सूरियां में रेन्सर गढ़ी जाने के लिए विभाग ने एक हज़ार रुपये प्रति घंटा हिसाब से पर्यटकों के लिए एक-एक मोटरबोट सुविधा भी उपलब्ध करवा दी है। नगरोटा सूरियां में बाइसाइकिल व वेटरी चलित मोटर वाहन भी पर्यटकों को मुख्यद्वार से झील तक जाने के लिए उपलब्ध करवाए हैं।

हाल ही में वीरवार को ही पौंग झील की वादियों में बाथू की लड़ी व नगरोटा सूरियां में "जिंदड़िये" भजन की भी शूटिंग की गई। लेकिन वीरवार से ही पौंग झील में प्रवासी पक्षियों की लगातार मौत होने से झील क्षेत्र में आवाजाही पर रोक लगा दी है। वन्यप्राणी विंग ने बार हेडेड गीज प्रजाति के मृत पक्षियों के सैंपल भोपाल व जालंधर लैब में भेजे हैं।

रिपोर्ट आने के बाद ही प्रवासी पक्षियों के मरने के कारणों का पता चलेगा व विभाग कोई निर्णय ले सकेगा।वन्यप्राणी विंग की प्रधान मुख्य अरण्यपाल अर्चना शर्मा ने बताया पौंग झील में बर्ड फ्लू की आशंका के चलते एहतियात के तौर पर आवाजाही पर रोक लगा दी गई है।

मछुआरों को मछली पकड़ने पर कोई रोक नहीं लगाई गई है। सैंपल जालंधर व भोपाल लैब में भेजे गए हैं। रिपोर्ट आने के बाद ही आगामी करवाई अमल में लाई जाएगी।