भटियात क्षेत्र में आपदा के दौरान स्कूल न पहुंच पाने वाले विद्यार्थियों की जारी रहेगी ऑनलाइन पढ़ाई
उपायुक्त चम्बा ने शिक्षा विभाग के उप निदेशक उच्च व प्रारंभिक शिक्षा को आवश्यक दिशा निर्देश जारी करते हुए कहा है की पिछले कुछ दिनों से भारी बरसात होने के कारण चम्बा जिला के भटियात क्षेत्र की चुवाड़ी और तहसील सिहुंता में प्राकृतिक आपदाओं व भूस्खलन होने के कारण आवाजाही प्रभावित हुई
यंगवार्ता न्यूज़ - चम्बा 23-08-2022
उपायुक्त चम्बा ने शिक्षा विभाग के उप निदेशक उच्च व प्रारंभिक शिक्षा को आवश्यक दिशा निर्देश जारी करते हुए कहा है की पिछले कुछ दिनों से भारी बरसात होने के कारण चम्बा जिला के भटियात क्षेत्र की चुवाड़ी और तहसील सिहुंता में प्राकृतिक आपदाओं व भूस्खलन होने के कारण आवाजाही प्रभावित हुई है , विद्यार्थियों का पाठशाला में पहुँचना मुश्किल हो गया है।
उपायुक्त चंबा ने कहा कि इन क्षेत्रों की पाठशालाओं को दो दिन के लिए बंद रखने के भी निर्देश जारी किए गए थे। जबकी क्षेत्र की पाठशालाओं को अनिश्चितकाल तक बंद नहीं किया जा सकता है।
आपदा को मध्यनजर रखते हुए यह निर्णय लिया गया है कि अगर कोई भी विद्यार्थी किसी प्राकृतिक आपदा व भूस्खलन के कारण स्कूल नहीं पहुँच सकता हो तो ऐसे में कक्षा एक से बाहरवीं तक के विद्यार्थियों को पाठशाला में उपस्थित होने से छूट दी गई है |
अगर किसी भी विद्यार्थी को पाठशाला आने के लिए किसी नदी व नाले को पार करके पाठशाला आना पड़ता है तो ऐसे में कक्षा एक से बारहवीं तक के विद्यार्थियों को पाठशाला में उपस्थित होने से छूट दी जाती है।
जिला चम्बा के भटियात क्षेत्र की चुवाड़ी और तहसील सिहुन्ता में किसी भी स्थान पर अगर भारी बारिश के कारण विद्यार्थियों का पाठशाला पहुँचना मुश्किल है तो उस जगह के विद्यार्थियों को भी पाठशाला में उपस्थित होने से छूट दी जाती है, और सभी पाठशालाओं के अध्यापक अपने अपने विद्यालय में उपस्थित रहना सुनिश्चित करेंगे और विद्यार्थियों को ऑनलाइन शिक्षा प्रदान करते हुए विद्यार्थियों की पढाई ऑनलाइन जारी रखेंगे।
उपायुक्त चंबा डीसी राणा ने विद्यार्थियों के अभिभावकों से भी अनुरोध किया है कि अगर उनको लगता है कि उनके बच्चों को पाठशाला जाने के लिए किसी भी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है तो वह भी अपने बच्चों को पाठशाला न भेजे।
उपायुक्त ने अपने निर्देश में यह भी कहा है कि पाठशाला या क्लास से सम्बंधित किसी भी जानकारी के लिए विद्यार्थी अपने अध्यापकों से संपर्क कर सकते है और अध्यापक की जिम्मेदारी होगी कि कोई भी विद्यार्थी पढ़ाई से वंचित न रहे।