मानकों पर खरी नहीं उत्तरी हिमाचल में बनी चार बिमारियों की दवा , पांच के सैंपल हुए फेल

मानकों पर खरी नहीं उत्तरी हिमाचल में बनी चार बिमारियों की दवा , पांच के सैंपल हुए फेल
यंगवार्ता न्यूज़ - बीबीएन 01-06-2021
 
हिमाचल प्रदेश में बनी उच्च रक्तचाप, दर्द, सूजन और हृदय रोग की दवाएं मानकों पर खरी नहीं उतरी हैं। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रक संगठन के अप्रैल के ड्रग अलर्ट में इनके सैंपल फेल पाए गए हैं।
 
प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्र सोलन की तीन, जिनमें बद्दी की दो, परमाणु की एक, सिरमौर के पांवटा साहिब और कांगड़ा के संसारपुर टैरेस के फार्मा उद्योग की एक-एक दवा शामिल है।
 
दवा नियंत्रक ने इन पांचों उद्योगों को नोटिस जारी करके बाजार से स्टॉक वापस मंगवा लिया है।  संगठन ने अप्रैल में 931 दवाओं को सैंपल लिए थे। इनमें 908 मानकों पर खरे उतरे, जबकि 22 दवाओं और एक सर्वे के सैंपल फेल हुए हैं।
 
एशिया के फार्मा हब बद्दी के धर्मपुर स्थित लाइफ केयर नैरो प्रोडक्ट कंपनी की उच्च रक्तचाप की दवा टाडाफिल, सिरमौर जिले के क्यारदा गांव के सिरमौर रेमेडीज कंपनी की दर्द की दवा बैक्लोफिन, सोलन जिले के परवाणू की मोरपेन लैबोरेट्रीज की हृदय रोग की दवा एटोरवा स्टेटिन, बद्दी के श्री साई बालाजी फारमेटिक कंपनी की दर्द व सूजन की अस्किलो पेरा सेरसीओपेपटीडेज दवा और कांगड़ा के संसारपुर टैरेस औद्योगिक क्षेत्र की रक्तचाप की दवा टेल्मीसार्टन के सैंपल फेल हुए हैं।
 
राज्य दवा नियंत्रक नवनीत मरवाह ने बताया कि सैंपल फैल होने वाले उद्योगों को नोटिस जारी कर सैंपलों के बैच बाजार से हटाने के निर्देश जारी कर दिए हैं।