महिला ने बैंक अधिकारी पर लगाए साजिश के आरोप, न्याय की लगाई गुहार
अंकिता नेगी - पांवटा साहिब 13-03-2021
जिला सिरमौर हिमाचल प्रदेश शिलाई क्षेत्र के कफोटा स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से आउट सोर्स के तहत कार्यरत स्थानीय महिला कर्मचारी को एक घिनौनी साजिश करके नोकरी से निकलने का मामला सामने आया है।
विश्राम गृह में आयोजित पत्रकार वार्ता में महिला कर्मचारी ने एक बैंक अधिकारी पर साजिश के कड़े आरोप लगाने के साथ न्याय की मांग भी की है।
महिला ने बैंक कर्मचारी पर बैंक मैनेजर की मेल से हायर ऑफिस को शिकायत भेजने और उसे नौकरी से निकालने की साजिश रचने के कड़े आरोप जड़े हैं ।
पांवटा में पत्रकार वार्ता में महिला सुनीता देवी ने बताया कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की कफोटा शाखा में एक क्लर्क ने साजिश करके उसे नौकरी से निकलवा दिया।
वहीं सुनीता ने बताया कि उक्त कर्मचारी बैंक में लोगों के साथ दुर्व्यवहार करता था और वह उस कर्मचारी को लोगों के साथ दुर्व्यवहार करने से रोकती थी। जिसकी वजह से बैंक का क्लर्क उससे खुन्नस रखने लगा।
इसी बीच उक्त कर्मचारी ने बैंक मैनेजर की ऑफिशियल मेल से बैंक के उच्चाधिकारियों को मेल भेजकर उसकी शिकायत कर दी।
शिकायत में सुनीता के केसीसी लोन अकाउंट का हवाला दिया गया है और शिकायत में कहा गया है कि सुनीता के केसीसी लोन अकाउंट में आय से अधिक ट्रांजैक्शन हुए हैं।
बैंक मैनेजर की आईडी से भेजी गई शिकायत पर बैंक के उच्चाधिकारियों ने एक तरफा कार्रवाई की और सुनीता को नौकरी से हटा दिया।
सुनीता ने बताया कि उसके खिलाफ शिकायत, कार्यवाही और नौकरी से हटाने की बात उसे तब पता चली जब वह पीजीआई चंडीगढ़ से वापस अपने घर लौटी।
सुनीता ने बताया कि जिन दिनों उसके साथ यह सारी साजिश रची गई उन दिनों वह अपने बेटे के इलाज के लिए पीजीआई चंडीगढ़ में थी।
सुनीता देवी ने बैंक प्रशासन और स्थानीय प्रशासन से गुहार लगाई है कि उसके साथ हुए अन्याय की जांच की जानी चाहिए। सुनीता देवी का कहना कि वह निर्दोष है।
इस मौके पर मौजूद एंटी करप्शन क्राइम कंट्रोल फोर्स के प्रदेश अध्यक्ष नाथूराम चौहान ने कहा कि यदि पीड़िता को न्याय नहीं मिला तो साजिश करने वालों को बेनकाब किया जाएगा।