लाल सोने की चमक से किसानों के चेहरों पर आई लाली
यंगवार्ता न्यूज़ - पांवटा साहिब 30-06-2020
जिला सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र के किसानों को टमाटर का अच्छा मूल्य मिल रहा है जिससे किसानों के चेहरों पर रौनक लौट आई है। जानकारी के मुताबिक इन दिनों मंडियों में टमाटर की एक क्रेट के दाम 700 से 1000 तक मिल रहे हैं, जिससे किसानों ने राहत की सांस ली है।
जिला सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र के किसानों ने टमाटर को अदरक के विकल्प के रूप में चुना था जिसके चलते जिला के सैकड़ों गांव में किसानों द्वारा टमाटर की फसल लगाई गई है। जून के महीने के शुरू में भले ही किसानो को टमाटर के अच्छे दाम नहीं मिले लेकिन अब किसानों को टमाटर के अच्छे भाव मिल रहे है बताते हैं कि इन दिनों कोरोना के चलते नासिक क्षेत्रों का टमाटर मंडियों में नहीं पहुंच रहा है जिसके कारण जिला सिरमौर के किसानो की चांदी हो गई है।
जिला सिरमौर के किसानों का कहना है की कई वर्षों बाद किसानों को टमाटर की अच्छी कीमत मिल रही है। किसानों ने बताया कि इससे पूर्व जब नासिक का टमाटर आता था तो उन्हें अपना टमाटर कौड़ियों के भाव बेचना पड़ता था लेकिन इस बार टमाटर की अच्छी कीमते मिल रही है जिससे किसानों ने राहत की सांस ली है।
जिला सिरमौर के गिरिपार के किसान पारंपरिक फसलों के साथ-साथ अब बेमौसमी सब्जियां एवं नकदी फसलें भी उगाने लगे हैं, क्योंकि पारंपरिक फसलों मक्की और गेहूं आदि की फसलें ही लगते थे , जिसके कारण किसानों को साल भर का खर्चा निकालना भी मुश्किल हो जाता था। अब किसानों ने नकदी फसलें उगाना शुरू किया है ताकि उन्हें परिवार का निर्वाह करना आसान हो जाए।
किसानों ने बताया कि टमाटर का बीज व दवाइयां काफी महंगी मिलती है जिससे अक्सर किसानों को भारी आर्थिक नुकसान होता है। उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की है कि उन्हें कृषि विभाग के मार्फत बीज एवं कीटनाशक दवाइयां उपलब्ध करवाई जाए , क्योंकि सरकार की मार्फत जो दवाइयां आती है वह गुणवत्ता परख नहीं होती है।
किसान अक्सर निजी दुकानों से खरीदी गई दवाइयां , बीज व कीटनाशक कई बार घाटे का सौदा साबित होते हैं क्योंकि दुकानदारों द्वारा अच्छी क्वालिटी के बीज , कीटनाशक व अन्य दवाइयां नहीं लाई जाती है। साथ ही किसान इतनी जागरूक नहीं है कि वह यह जान सके कि दुकानदार द्वारा जो दवाइयां दी गई है वह क्वालिटी की है।