यंगवार्ता न्यूज़ - नाहन 20-08-2021
किसी राज्य के कर्मचारी की ट्रांसफर एक जिला से दूसरे जिला में तो सुनी थी लेकिन किसी कर्मचारी को प्रदेश से बाहर ट्रांसफर करना बड़ा अटपटा से लग रहा है और कमर्चारी भी रेगुलर नहीं बल्कि आउटसोर्स पर है।
मामला हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में नाहन मेडिकल कॉलेज का है जहां आउटसोर्स बतौर डाटा एंट्री ऑपरेटर सेवाएं दे रहे एक कर्मी का जम्मू-कश्मीर के लिए तबादला किया गया है।
किसी आउटसोर्स कर्मी का तबादला करने का प्रदेश में यह पहला मामला है। महज नौ हजार रुपये मासिक वेतन लेने वाले नवीन ठाकुर को आउटसोर्स कंपनी के आदेश 18 अगस्त को मिले, जिस पर मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने 14 अगस्त को ही मुहर लगा दी।
आदेश के मुताबिक मेडिकल कॉलेज नाहन में 2017 से डाटा एंट्री ऑपरेटर के पद पर तैनात नवीन का जम्मू-कश्मीर के अखनूर पॉली क्लीनिक में तबादला किया गया है। उन्हें 17 अगस्त तक पॉली क्लीनिक में डॉ. प्रशांत सिंह को रिपोर्ट करने के आदेश मिले हैं।
इन आदेशों की सोशल मीडिया पर भी चर्चा है और कहीं न कहीं इस मामले को राजनीति से भी जोड़कर देखा जा रहा है। नवीन ने बताया कि कंपनी ने 6 अगस्त को यह आदेश जारी किए, जो उन्हें 18 अगस्त को मिले। वह अभी मेडिकल कॉलेज से न तो रिलीव हुए हैं और न उन्होंने जम्मू-कश्मीर में ज्वाइनिंग दी है।
उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज में उन्होंने दो साल के भीतर कोविड में भी सेवाएं दी हैं। सैंपल लेने से लेकर मरीज की काउंसलिंग और रिपोर्ट देने का काम भी उनसे लिया गया।
बावजूद इसके उनके तबादले का कारण समझ से परे है। उन्होंने कहा कि नौकरी से हटाने की मंशा के चलते उनका तबादला जम्मू-कश्मीर के अखनूर पॉली क्लीनिक में किया गया है। कंपनी के नियम में इस तरह के तबादले का कोई प्रावधान नहीं है और अब तक आउटसोर्स कंपनी में तैनात किसी भी कर्मचारी का इस तरह ट्रांसफर नहीं किया गया है।
मेडिकल कॉलेज नाहन के प्राचार्य डॉ. एनके महेंद्रू ने कर्मी के तबादला आदेश मिलने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि उनका ट्रांसफर आउटसोर्स कंपनी का मामला है।