सचिवालय घेराव के लिए जा रहे जेबीटी प्रशिक्षुओं पर लाठीचार्ज , टॉलैंड से आगे की अनुमति नहीं 

जेबीटी और डीएलएड प्रशिक्षुओं ने अपनी मांगों को लेकर राज्य सचिवालय घेराव के लिए जा रहे प्रशिक्षुओं को टॉलैंड के पास ही पुलिस ने रोक दिया गया। सुबह 10 बजे प्रदेश भर से प्रशिक्षु सचिवालय घेराव के लिए शिमला पहुंचे। 

सचिवालय घेराव के लिए जा रहे जेबीटी प्रशिक्षुओं पर लाठीचार्ज , टॉलैंड से आगे की अनुमति नहीं 
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला   30-11-2021
 
जेबीटी और डीएलएड प्रशिक्षुओं ने अपनी मांगों को लेकर राज्य सचिवालय घेराव के लिए जा रहे प्रशिक्षुओं को टॉलैंड के पास ही पुलिस ने रोक दिया गया। सुबह 10 बजे प्रदेश भर से प्रशिक्षु सचिवालय घेराव के लिए शिमला पहुंचे। 
 
प्रशिक्षुओं ने टौलैंड से लेकर सचिवालय तक रैली निकाली थी। इसके लिए बाकायदा उन्होंने जिला प्रशासन को पत्र भेजकर मंजूरी मांगी गई थी। लेकिन उन्हें इसकी अनुमति नहीं मिली।
 
प्रशिक्षुओं ने टौलैंड में इकट्ठे होकर नारेबाजी करना शुरू कर दिया। प्रशिक्षुओं ने वी वांट जस्टिस के नारे लगाए। संघ के अध्यक्ष अभिषेक ठाकुर ने कहा कि वह प्रदेश उच्च न्यायालय के आदेशों का सम्मान करते हैं। सरकार से मांग की जा रही है कि उनके पक्ष को कोर्ट में मजबूती के साथ रखा जाए।
 
जेबीटी के लिए बने भर्ती एवं पदोन्नति नियमों से छेड़छाड़ न की जाए। जेबीटी प्रशिक्षु संघ ने अपने स्तर पर सुप्रीम कोर्ट जाने का मन भी बनाया है।
 
राज्य में 12वीं पास युवा, जो आर्थिक व भौगोलिक परिस्थितियों के कारण उच्च शिक्षा प्राप्त करने में सक्षम नहीं हैं, वे राज्य में डाइट के माध्यम से जेबीटी, डीएलएड शिक्षा लेकर प्राथमिक स्तर पर अध्यापक नियुक्ति की योग्यता रखता है।
 
अन्य राज्यों में भी जेबीटी-डीएलएड को ही प्राथमिक स्तर के लिए मान्य करार दिया है। बीएड को माध्यमिक स्तर के लिए योग्य माना गया है।
 
जेबीटी शिक्षक संघ का कहना है कि इसमें बीएड को जोड़ने के लिए जेबीटी नियमों से छेड़छाड़ की गई, तो राज्य में इस समय 40000 प्रशिक्षित जेबीटी के साथ-साथ जिला के डाइट संस्थान व निजी शिक्षण संस्थानों का अस्तित्व खतरे में पड़ जायेगा।