यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 01-05-2022
यदि सब कुछ ठीक ठाक रहा तो हिमाचल प्रदेश में बीस साल बाद लेपर्ड और काले भालू का सर्वे होगा। वन विभाग ने जियोलॉजिकल सर्वें ऑफ़ इंडिया को पत्र लिख कर लेपर्ड और काले भालू का सर्वे करने का आग्रह किया है। जीआईजेड ने विभाग के इस प्रस्ताव को मंजूर कर दिया है। अब टीम जल्द हिमाचल आकर तेंदुए और काले भालू की गणना करेगी। इस काम के लिए विभाग ने 65 लाख का एक प्रोजेक्ट तैयार किया है।
एक साल चलने वाले इस प्रोजेक्ट में जीआईजेड की टीम तेंदुए और भालू की जनसंख्या का पता लगाने का काम करेगी। तेंदुए और भालू की गणना करने के लिए कैमरा ट्रैकिंग सिस्टम की मदद ली जाएगी। इसके अलावा डीएनए सैंपलिंग से भी जनसंख्या का पता लगाएंगे। विभाग जंगलों और शहरी क्षेत्रों में लोगों के बीच इन दोनों जानवरों के स्वभाव का भी पता लगाएगा। उसी आधार पर आगे की रणनीति तैयार की जाएगी।
विभाग के पास अभी तक काले भालू और तेंदुए की संख्या और स्वभाव संबंधी सही और सटीक जानकारी नहीं है। इसलिए विभाग इन्हें लेकर कोई रणनीति भी तैयार नहीं कर पा रहा है। शिमला में तो तेंदुआ आंगन में खेल रहे दो बच्चों को उठा कर ले गया था, जिसे उसने मार दिया था।
इन सब घटनाओं को रोकने के लिए भी इनकी गणना की जा रही है। यंगवार्ता न्यूज़ को अतिरिक्त प्रधान मुख्य अरण्यपाल अनिल ठाकुर ने बताया कि 20 साल बाद तेंदुए और काले भालू का सर्वे करवाया जा रहा है। भविष्य में इनकी जनसंख्या का पता लगाने के लिए तय समय में इनकी जनगणना की जाएगी।