हिमाचल में अमेरिकन किस्म की नाशपाती का उत्पादन कर अपनी आर्थिकी को मजबूत बनाएंगे बागवान
हिमाचल के बागवान अमेरिकन किस्म की नाशपाती का उत्पादन कर अपनी आर्थिकी को ओर मजबूत बनाएंगे। उद्यान विभाग बागवानों को यूएसए से आयात किए गए नाशपाती के पौधे उपलब्ध करवाने जा रहा
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 10-03-2022
हिमाचल के बागवान अमेरिकन किस्म की नाशपाती का उत्पादन कर अपनी आर्थिकी को ओर मजबूत बनाएंगे। उद्यान विभाग बागवानों को यूएसए से आयात किए गए नाशपाती के पौधे उपलब्ध करवाने जा रहा है। एक साल पहले यह पौधे आयात किए गए थे।
क्वारंटीन अवधि पूरी होने के बाद अगले हफ्ते से इन पौधों की बिक्री शुरू की जाएगी। उद्यान विभाग ने 2021 में यूएसए से अमेरिकन नाशपाती के पौधे आयात किए थे। आयातित पौधों में कोई रोग न हो और इससे बागीचों मेें कोई बीमारी न फैले इसके लिए इन पौधों को कांगड़ा के इंदौरा के समीप इंदपुर क्वारंटीन सेंटर में रखा गया था।
उद्यान विभाग के विषय विशेषज्ञ समीर सिंह राणा ने बताया कि 10453 पौधों में से पहली खेप में करीब 3500 पौधे खदराला पहुंच गए हैं। 7000 पौधों की दूसरी खेप लेकर गाड़ी इंदपुर से रवाना हो गई है जो मंगलवार को खदराला पहुंच जाएगी। अगले हफ्ते से अणू में इन पौधों की 400 रुपये प्रति पौधा की दर से बिक्री शुरू हो जाएगी।
उप निदेशक बागवानी विभाग डॉ. डीआर शर्मा ने बताया कि पिछले साल यूएसए से आयात किए गए अमेरिकन नाशपाती के पौधे एक साल के क्वारंटीन के बाद बागवानों को उपलब्ध करवाए जाएंगे। 10 किस्मों के 10453 पौधों की उद्यान विभाग के खदराला स्थित बागीचे में पहुंचाने के बाद बिक्री की जाएगी।
1अमेरिकन वार्ट लेट किस्म की नाशपाती का 10 किलो का बॉक्स दिल्ली की आजादपुर फल मंडी में 1200 रुपये के रिकॉर्ड रेट पर बिक चुका है। नाशपाती रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है। हाई ब्लड प्रेशर और डाइबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद रहती है और पाचन तंत्र को भी ठीक रखती है।