हिमाचल में हर तीसरा व्यक्ति करता है शराब का सेवन, नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे में हुआ खुलासा 

हिमाचल में हर तीसरा व्यक्ति करता है शराब का सेवन, नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे में हुआ खुलासा 
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला  01-06-2021

तम्बाकू का किसी भी रूप में सेवन कैंसर को निमंत्रण देना है। कोविड काल में तम्बाकू का सेवन करने वालो को बड़ा खतरा है। प्रदेश में कैंसर की क्या स्थिति है इस बारे में जब कैंसर अस्पताल शिमला के एचओडी डॉ. मनीष गुप्ता से बात की गई तो उन्होंने बताया कि एक साल में 2500 से 3000 मरीज कैंसर के आते है । इसमें 350 मरीज लंग कैंसर के होते है ओर लंग कैंसर के मरीज 100 फीसदी धूम्रपान करने वाले होते है। ऐसे में तंबाकू जानलेवा बन जाता है।
 
उनका कहना था कि तंबाकू से अन्य बीमारी भी होती है जैसे हार्ट, रिस्पेरटी सिस्टम कमजोर करता है। उन्होंने बताया की कोरोना काल में तंबाकू का किसी भी रूप में सेवन खतरनाक हो सकता है। तंबाकू और इससे बने पदार्थों का सेवन करने के कारण फेफड़ों का कैंसर, लिवर कैंसर, मुंह का कैंसर, डायबिटीज का खतरा, हृदय रोग कोलन कैंसर और महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर जैसी कई प्रकार की गंभीर बीमारियां हो जाती हैं।
 
दुनिया में हर साल तंबाकू से जुड़ी बीमारियों से क़रीब 50 लाख लोगों की मौत होती है. लेकिन इसके बावजूद लोग लगातार तंबाकू के आदी बनते जा रहे हैं । धूम्रपान के सेवन से कई दुष्‍‍परिणामों को झेलना पड़ सकता है। इतना ही नहीं महिलाओं में तंबाकू का सेवन गर्भपात या होने वाले बच्चे में विकार उत्पन्न कर सकता है ।
 
भारत की स्थिति भारत में भी तंबाकू से जुड़ी बीमारियां बहुत फैली हुई हैं । यूं तो कहने को भारत में सरकार ने धूम्रपान निषेध कानून बनाया जिसमें सार्वजनिक जगहों पर धूम्रपान करने वालों के खिलाफ दंड का प्रावधान है। नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे में खुलासा हुआ है कि हिमाचल में हर तीसरा व्यक्ति शराब का सेवन करता है।
 
रिपोर्ट में सामने आया है कि राज्य में औसतन हर तीसरा आदमी शराब और तंबाकू का सेवन करता है। हेल्थ सर्वे के आंकड़ों के मुताबिक, हिमाचल में 15 साल से अधिक उम्र के तकरीबन 32 फीसदी लोग शराब पीते हैं। शहरी इलाको में जहां यह प्रतिशत 30 फीसदी से ज्यादा है। ग्रामीण इलाकों में 32 फीसदी से ज्यादा लोग शराब का सेवन करते हैं।
 
इसी तरह पूरे प्रदेश में 32 फीसदी से ज्यादा लोग तंबाकू का सेवन करते हैं। हेल्थ सर्वे में सामने आया है। हालांकि, इनकी संख्या पुरुषों के मुकाबले न के बराबर है। पूरे प्रदेश में जहां 1.7 फीसदी महिलाएं तंबाकू खाती हैं। वहीं महज 0.6 फीसदी महिलाएं ही शराब का सेवन करती हैं। रिपोर्ट के अनुसार, हिमाचल में चार जिलों मंडी, कुल्लू, चंबा और शिमला में नशे का ज्यादा प्रयोग हो रहा है।