हरिपुरधार के बड़यालटा में उड़ेंगे मानव परिंदे ,निदेशक ने किया पैराग्लाइडिंग उड़ान का निरीक्षण 

आज सिरमौर जिला के हरिपुरधार क्षेत्र में बड़यालटा नामक स्थान पर अटल बिहारी वाजपेई पर्वतारोहण संस्थान मनाली के निदेशक अविनाश नेगी की अध्यक्षता में एरो स्पोर्ट्स नियम 2004 के अधीन गठित तकनीकी कमेटी ने पैराग्लाइडिंग उड़ान का निरीक्षण किया

हरिपुरधार के बड़यालटा में उड़ेंगे मानव परिंदे ,निदेशक ने किया पैराग्लाइडिंग उड़ान का निरीक्षण 
 
यंगवार्ता न्यूज़ - राजगढ़  15-04-2022
 
आज सिरमौर जिला के हरिपुरधार क्षेत्र में बड़यालटा नामक स्थान पर अटल बिहारी वाजपेई पर्वतारोहण संस्थान मनाली के निदेशक अविनाश नेगी की अध्यक्षता में एरो स्पोर्ट्स नियम 2004 के अधीन गठित तकनीकी कमेटी ने पैराग्लाइडिंग उड़ान का निरीक्षण किया। इस कमेटी में सिरमौर जिला के जिला पर्यटन अधिकारी राजीव मिश्रा सहित बीड़ बिलिंग पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन के तकनीकी मुखिया और अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पैराग्लाइडिंग पायलट ज्योति ठाकुर, बीड़ बिलिंग के ही अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पैराग्लाइडिंग पायलट रणजीत सिंह, पायलट राजकुमार और बिलासपुर के अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पायलट विशाल जसल के इलावा सोलंग नाला मनाली के पायलट दिनेश ठाकुर और धर्मेंद्र ठाकुर भी शामिल थे। 
 
तकनीकी कमेटी के सामने सबसे पहले बीड़ बिलिंग से आए पायलट रणजीत सिंह ने सोलो यानि एकल उड़ान भरी। उसके पश्चात सोलंग नाला से आए पैरा पायलट दिनेश ठाकुर और धर्मेंद्र ठाकुर ने मानव हिल रिजॉर्ट बड़यालटा  के कमल शर्मा और मनोज कुमार को साथ लेकर टेंडम उड़ान भरी।  तीनों पैरा पायलटों ने सुंदरघाट शिवपुर सड़क मार्ग  पर लजवा नामक गांव में ना केवल सफलतापूर्वक लैंडिंग की अपितु तकनीकी कमेटी को आसमान में अनेक प्रकार के एरो करतब भी दिखाऐ। जिस वक्त बड़यालटा से पैरा पायलटों ने उड़ान भरी तो आसमान में उड़ते मानव परिंदों को देखने के लिए तलहटी में बसे सैकड़ों लोग अपने घरों की छतों पर सीटियां बजाते देखे गए। 
 
बीड़ बिलिंग से आए अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पैरा पायलट और बीड़ बिलिंग एसोसिएशन के तकनीकी मुखिया ज्योति ठाकुर ने बताया बीड़ बिलिंग के बाद बड़यालटा एक ऐसी  पैराग्लाइडिंग साइट उभर कर सामने आ सकती है जहां पर्यटक को घंटों आसमान की सैर कराई जा सकती है। जिला पर्यटन अधिकारी राजीव मिश्रा ने उम्मीद जताई की तकनीकी कमेटी इस पैराग्लाइडिंग साइट के प्रति सकारात्मक रवैया अपनाकर इसे अवश्य अनुमोदित करेगी। उन्होंने बताया की कमेटी को हवा के रुख और हवा के दबाव का अध्ययन करने के उपरांत  टेक ऑफ और लैंडिंग साइट पर पैराग्लाइडिंग पायलट और साथ में उड़ान भरने वाले पर्यटकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अनेक पहलुओं पर गौर करना होता है।
 
तकनीकी कमेटी अनेक पैरों पर गौर करने के साथ-साथ उड़ान भरने वाले पैराग्लाइडिंग पायलटों से भी टेक ऑफ और लैंडिंग स्थानों पर हवा के दबाव और अन्य पहलुओं पर चर्चा करेगी और उसके उपरांत ही निर्णय ले पाएगी। गौरतलब है की सूचना एवं जनसंपर्क विभाग से सेवानिवृत्त उपनिदेशक एवं वर्तमान में पंचायत समिति सगड़ाह के अध्यक्ष मेलाराम शर्मा ने गत वर्ष बीड़ बिलिंग से 4 पायलट बुलवाकर यहां निजी तौर पर पैराग्लाइडिंग के सफल ट्रायल कराए थे और तभी से इस क्षेत्र में पैराग्लाइडिंग गतिविधियों की संभावनाओं को बल मिला था।
 
उन्हीं के आग्रह पर हिमाचल प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान मनाली के  निदेशक के नेतृत्व में गठित एयरो स्पोर्ट्स अधिनियम 2004 के अंतर्गत गठित कमेटी को यहां पैराग्लाइडिंग की संभावनाओं बारे अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए आमंत्रित किया गया था।  अब पूरे क्षेत्र की निगाहें इस बात पर है कि अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान के निदेशक की अध्यक्षता में गठित यह हाई पावर पैराग्लाइडिंग तकनीकी समिति अपनी क्या रिपोर्ट देगी।
 
यदि बड़यालटा की यह पैराग्लाइडिंग साइट अनुमोदित होती है तो यहां देश-विदेश से आने वाले सैलानी आसमान में परिंदों की भांति उड़कर अपने स्वप्न को साकार कर पाएंगे।