आउटसोर्स कर्मचारियों की सेवाएं सम्पति के बाद मेडिकल कॉलेजों चरमराई स्वास्थ्य सेवाएं 

हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के स्वास्थ्य संस्थानों में सेवाएं दे रहे आउटसोर्स कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाए जाने के बाद अब मेडिकल कॉलेज समेत अन्य स्वास्थ्य संस्थानों में स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई है। आलम यह है कि अब मेडिकल कॉलेजों और अन्य स्वास्थ्य संस्थानों में आउटसोर्स कर्मियों के बाहर होने के कारण भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा

आउटसोर्स कर्मचारियों की सेवाएं सम्पति के बाद मेडिकल कॉलेजों चरमराई स्वास्थ्य सेवाएं 
 
यंगवार्ता न्यूज़ - नाहन  06-04-2023

हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के स्वास्थ्य संस्थानों में सेवाएं दे रहे आउटसोर्स कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाए जाने के बाद अब मेडिकल कॉलेज समेत अन्य स्वास्थ्य संस्थानों में स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई है। आलम यह है कि अब मेडिकल कॉलेजों और अन्य स्वास्थ्य संस्थानों में आउटसोर्स कर्मियों के बाहर होने के कारण भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। गौर हो कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने कोविड के दौरान मेडिकल कॉलेजों और अन्य संस्थानों में तैनात किए गए करीब 16 सौ आउटसोर्स कर्मचारियों को 31 मार्च को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। 
 
 
यदि डॉ. वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल नाहन की बात करते हैं तो अकेले इस मेडिकल कॉलेज से करीब 100 से अधिक और  आउटसोर्स कर्मचारियों  की सेवाएं समाप्त कर दी गई है जिसके चलते स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह चरमरा गई है। जानकारी के अनुसार प्रतिवर्ष आउटसोर्स के करार रिन्यूअल होते हैं, मगर मेडिकल कॉलेज नाहन में केएस एंड ईएस व एनईसीएस कंपनी के प्रदेश सरकार के साथ कॉन्ट्रैक्ट की अवधि पूरी होने के बाद मेडिकल कालेज का 60 स्टाफ नर्स , 25 डाटा एंट्री ऑपरेटर , चालक, चपरासी इत्यादि की सेवाओं को बाहर का रास्ता दिखाया गया है। 
 
 
ऐसे सभी आउटसोर्स कर्मियों ने प्रदेश सरकार से दोबारा से उन्हें काम पर रखने जाने की पुरजोर मांग की गई है। वहीं आउटसोर्स कर्मियों ने कहा है कि कोरोना महामारी के दौरान उन्होंने विपरीत परिस्थितियों के बीच अपनी बेहतरीन सेवाएं विभाग को प्रदान की हैं। बावजूद इसके आउटसोर्स कर्मियों को जहां नियमित वेतन के लिए इंतजार करना पड़ता है। 
 
 
वहीं सेवाओं के बीच में ही समाप्त किए जाने से भविष्य भी सुरक्षित नजर नहीं आता है। लिहाजा प्रदेश सरकार ऐसे सभी कर्मियों को जोकि आउटसोर्स के माध्यम से सरकार के संस्थानों में बहुमूल्य समय देकर सेवाएं प्रदान कर रहे हैं को सेवाओं पर बहाल किए।