चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के प्रो चांसलर डॉ आरएस बाबा ने सीयू-सेट प्रवेश सहछात्रवृत्ति परीक्षा-2023 का किया शुभारंभ
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के प्रो. चांसलर डा. आरएस बाबा ने गुरूवार को यहां टूरिज्म के होटल लेकव्यू कैफे में आयोजित प्रेस कांफ्रेंंस मं राष्ट्रीय स्तर की सीयू-सेट प्रवेश सहछात्रवृत्ति परीक्षा-2023 का शुभारंभ किया
यंगवार्ता न्यूज़ - बिलासपुर 17-03-2023
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के प्रो. चांसलर डा. आरएस बाबा ने गुरूवार को यहां टूरिज्म के होटल लेकव्यू कैफे में आयोजित प्रेस कांफ्रेंंस मं राष्ट्रीय स्तर की सीयू-सेट प्रवेश सहछात्रवृत्ति परीक्षा-2023 का शुभारंभ किया। उन्होंने सीयू सेट लांच करने के बाद खुलासा किया कि इस वर्ष छात्रों को 60 करोड़ रूपए की स्कॉलरशिप प्रदान की जाएगी।
उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश के 842 छात्रों की शीर्ष बहुराष्ट्रीय कंपनियों में प्लेसमेंट हो चुकी है जबकि 104 छात्रों को नौकरी के कई प्रस्ताव आए हैं। 516 प्लेसमेंट वाले छात्र इंजीनियरिंग के हैं और 43 छात्र एमबीए के हैं।
सीयू के पूर्व छात्रों द्वारा कुल स्टार्टअप में से 13 हिमाचल प्रदेश के छात्रों के हैं। उन्होंने बताया कि सीयू ने देश के साथ साथ खुद को विश्वस्तर पर एक प्रतिष्ठित संस्थान के रूप में स्थापित किया है। सीयू का लक्ष्य उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा देने व युवा प्रतिभाओं को तराशना है।
जिसके फलस्वरूप एनआईआरएफ रैकिंग-2022 में 29वां और क्यूएस एशिया यूनिवर्सिटी रैकिंग-2023 में 185वां रैंक हासिल करने के साथ एशिया के 200 शीर्ष विश्वविद्यालयों में भी शामिल है। सीयू ने 2023 में पिछले साल की रंैकिंग की तुलना में 90 स्थान की छलांग लगाते हुए क्यूएस एशिया रैंकिंग 2023 में 185वां रैंक हासिल किया है।
सीयू के प्रो. चांसलर डा. आरएस बाबा के अनुसार अब तक छात्रों और संकाय द्वारा कुल 2400 पेटैंट दाखिल किए गए हैं। पिछले चार सालों में इंजीनियरिंग, आईटी, विज्ञान और स्वास्थ्य सेवा में सीयू द्वारा दायर कुल पेटैंट में से 43 पेटैंट हिमाचल के छात्रों के शामिल हैं।
छात्रों व संकाय द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में अनुसंधान को बढ़ावा देने के मिशन के साथ इस साल 12 करोड़ रूपए का वार्षिक बजट आरक्षित किया है। सीयू ने दुनिया के 80 से अधिक देशों में शीर्ष विश्वविद्यालयों के साथ 450 अकादमिक गठजोड़ किए हैं।
अब तक 2030 छात्रों को सेमेस्टर, एक्सचेंज, सेमेस्टर विदेश कार्यक्रम व समर इंटर्नशिप के माध्यम से यूएसए, ऑस्टे्रलिया, कनाडा, यूके और अन्य यूरोपीय देशों के प्रमुख विश्वविद्यालयों में अध्ययन करने का अवसर मिला है।