जलापूर्ति न होने से पीरन पंचायत की करीब दो हजार आबादी प्यासी

जलापूर्ति न होने से पीरन पंचायत की करीब दो हजार आबादी प्यासी
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला  29-10-2020
 
पिछले एक सप्ताह से मगलेड खड्ड से जलापूर्ति न होने से मशोबरा ब्लॉक की पीरन व सतलाई पंचायत की करीब दो हजार आबादी में लोगो को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। लोग खड्ड का पानी ढो कर गुजारा कर रहे है । विभाग के अनुसार  कम वोल्टेज होने से पानी लिफ्ट नही हो पा रहा है जबकि पम्पिंग स्टेशन बिल्कुल ठीक है।
 
पीरन पंचायत के वरिष्ठ नागरिक प्रीतम ठाकुर, राजेश ठाकुर, राजेन्द्र ठाकुर , प्रदीप बरागटा सहित क्षेत्र के अनेक लोगों ने बताया कि पिछले कई महोनो से पीने के पानी की समस्या पेश आ रही है। लोगो को अपने मवेशियों को पानी पिलाने के लिए नदी में ले जाना पड़ रहा है।
 
जल शक्ति विभाग कोटी के जेई राजकुमार का कहना है कि पानी को लिफ्ट करने के लिए 240 वोल्टेज होने जरूरी है परंतु पम्पिंग स्टेशन पर केवल 210 वोल्टेज मिल रहे है जिससे मोटर गर्म हो रही है और इसके जल जाने का हर समय खतरा बना रहता है। उनके द्वारा बिजली विभाग से अनेक बार वोल्टेज समस्या बारे आग्रह किया गया है।
 
बता दें कि वर्ष 2011 के दौरान मगलेड खड्ड से दो चरणों मे पानी लिफ्ट किया गया है। जिससे पीरन और सतलाई पंचायत के करीब 10 गांव व उप गांव को पानी मुहैया करवया गया था जिसमे ट्राई, पीरन, कैल, देवठी, आजी, खिल की सेर, शिल्ली , चलोग, पजाल इत्यादि गांव शामिल है।
 
दूसरी और विद्युत बोर्ड के एडीओ जुन्गा कमल कुमार का कहना है कि 11केवी सब स्टेशन अश्वनी खड्ड से कम वोल्टेज होने से समस्या उत्पन्न हुई है क्योंकि काफी अर्से से बारिश न होने से नदियों के जलस्तर में काफी कमी आई है जिससे विद्युत उत्पादन काफी कम हो गया है ।
 
प्रभावित लोगों का कहना है कि यदि उनकी पानी की समस्या का समाधान दो दिन के भीतर नही हुआ तो उनको मजबूरन सड़को पर उतरना पड़ेगा  और सचिवालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया जाएगा । प्रीतम ठाकुर का कहना है कि स्थानीय पंचायत द्वारा ट्राई गांव के लोगो के लिए 3 लाख खर्च करके भज्जी नाला से रबड़ की पाईप लगाकर पानी लाया था परन्तु इस योजना का भी लोगो को कोई लाभ नही मिला और सरकार का पैसा व्यर्थ में बर्बाद हो गया।