लंबी बीमारी के बाद दुनिया को अलविदा कह गई सुरों की मलिका लता मंगेशकर, 92 साल की उम्र में हुआ निधन 

भारत रत्न से सम्मानित दिग्गज गायिका लता मंगेशकर का आज 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्होंने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में रविवार सुबह 8 बजकर 12 मिनट पर अंतिम सांस ली

लंबी बीमारी के बाद दुनिया को अलविदा कह गई सुरों की मलिका लता मंगेशकर, 92 साल की उम्र में हुआ निधन 

न्यूज़ एजेंसी - नई दिल्ली   06-02-2022

भारत रत्न से सम्मानित दिग्गज गायिका लता मंगेशकर का आज 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्होंने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में रविवार सुबह 8 बजकर 12 मिनट पर अंतिम सांस ली। लता मंगेशकर के पार्थिव शरीर को लगभग 12:30 बजे उनके आवास पर ले जाया गया। 

पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार आज शाम 6.30 बजे शिवाजी पार्क में किया जाएगा। इस बीच राज्य सरकार ने दो दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। उनकी मौत का कारण मल्टी ऑर्गन फेलियर बताया जा रहा है। पिछले 29 दिनों से वो कोरोना से जंग लड़ रही थीं। 

देश के कोने-कोने में लता मंगेशकर के जल्द स्वस्थ होने के लिए यज्ञ किए गए, लेकिन फिर भी स्वर कोकिला जिंदगी की जंग जीत न सकीं और उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। भारतीय सिनेमा की लीजेंड्री गायिका लता मंगेशकर लगभग 29 दिनों से मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल की आईसीयू में भर्ती थीं। 

शनिवार को 92 वर्षीय गायिका की तबीयत ज्यादा बिगड़ गयी थी। उनका इलाज कर रहे डॉ. प्रतीत समदानी ने बताया था कि उन्हें एग्रेसिव थेरेपी दी जा रही है और वो इलाज को बर्दाश्त कर पा रही हैं। इसके कुछ घंटे बाद लता मंगेशकर की छोटी बहन दिग्गज गायिका आशा भोंसले उनका हालचाल जानने ब्रीच कैंडी अस्पताल पहुंची थीं।


शनिवार को अस्पताल से लौटते हुए आशा ने बताया था कि लता दीदी की हालत स्थिर है। लता जी की तबीयत नाजुक होने की खबर आने के बाद महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे की पत्नी रश्मि ठाकरे एमएनएस के मुखिया राज ठाकरे भी उनका हालचाल जानने अस्पताल पहुंचे थे। 

वहीं, देर रात केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने लता मंगेशकर के परिजनों से मुलाकात की और उन तक पीएम नरेंद्र मोदी का शुभकामना संदेश पहुंचाया। बता दें, भारत रत्न दिग्गज गायिका को 8 जनवरी को कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। 

शुरुआत में कोरोना के हल्के लक्षण देखे गये थे, मगर उम्र और दूसरी स्वास्थ्य समस्याओं को देखते हुए उन्हें आईसीयू में ही रखा गया था। चिकित्सकों को पूरा यकीन था कि लता जी ठीक हो जाएंगी, मगर उम्र के मद्देनजर उन्हें चिकित्सकों की निरंतर निगरानी में रखा गया था।