यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 26-04-2022
गर्मी का पारा जैसे-जैसे बढ़ रहा है वैसे ही शिमला में पानी की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। राजधानी शिमला के कई इलाकों में दो से तीन दिन बाद पानी आ रहा है। जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसको लेकर युवा कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन किया और कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन से उपायुक्त कार्यालय तक रोष रैली निकाली।
युवा कांग्रेस ने खाली बाल्टियां बजाकर और मटके तोड़कर नगर निगम व भाजपा सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष निगम भंडारी ने कहा कि नगर निगम शिमला पानी देने में असफल रहा है। 24 घण्टे पानी देने के सभी दावे खोखले साबित हुए हैं। भाजपा सरकार में लोग त्रस्त है जबकि बीजेपी रैलियों में मस्त है। सरकार ने कोई काम जनता के हित मे नही किया है, हर मोर्चे पर असफल रहने के बाद अब नाकामियां छुपाने का प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि भर्तियों में धांधलियां हो रही हैं चहेतों को लाभ देने के अलावा धरातल पर कुछ नहीं हो रहा। उन्होंने कहा कि अगर नगर निगम शहर के लोगों को पानी नही देती है तो युवा कांग्रेस सड़को पर उतरकर उग्र प्रदर्शन करेगी। वही नगर निगम शिमला के पूर्व उपमहापौर ओर कांग्रेस नेता हरीश जनारथा ने कहा कि पानी के निजीकरण होने के चलते पानी का संकट खड़ा हुआ है । पानी वितरण के लिए निजी कंपनी बनाई गई है जो पिछले 4 सालों में भी स्थापित नहीं हो पाई है जिसके चलते शहर में पानी के संकट से लोगों को जूझना पड़ रहा है।
स्त्रोतों से काफी ज्यादा मात्रा में पानी आ रहा है लेकिन पानी का वितरण सही तरीके से नहीं किया जा रहा है। जिसका खामयाजा लोगो को भुगतना पड़ रहा है।शहर के कई हिस्सों में 7 दिन बाद पानी दिया जा रहा है । सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में पानी मुफ्त कर दिया और शहर की जनता ने क्या गुना किया है जो शहर में महंगी दरों पर पानी दिया जा रहा है।