10 दिसंबर को धर्मशाला में होगा शंखनाद , जुटेंगे एक लाख स्वर्ण समाज के लोग : रुमित ठाकुर 

स्वर्ण आयोग की मांग को लेकर शिमला से चली शव यात्रा देर सांय 8 बजे पांवटा साहिब पहुंची। तो वहीं शव यात्रा का आज पांवटा साहिब से उत्तराखंड के लिए रवाना हो गई ।

10 दिसंबर को धर्मशाला में होगा शंखनाद , जुटेंगे एक लाख स्वर्ण समाज के लोग : रुमित ठाकुर 

देवभूमि हिमाचल से उत्तराखंड को रवाना हुई शव यात्रा


अंकिता नेगी - पांवटा साहिब  19-11-2021


स्वर्ण आयोग की मांग को लेकर शिमला से चली शव यात्रा देर सांय 8 बजे पांवटा साहिब पहुंची। तो वहीं शव यात्रा का आज पांवटा साहिब से उत्तराखंड के लिए रवाना हो गई ।

स्थानीय स्वर्ण लोगों ने उनका स्वागत फूल की मालाओं से स्वागत किया गया। इस पैदल शव यात्रा में हिमाचल प्रदेश स्वर्ण समाज मोर्चा के अध्यक्ष रूमित ठाकुर और प्रदेश उपाध्यक्ष मदन ठाकुर एवं गणमान्य व्यक्ति इस यात्रा में उपस्थित थे।

प्रदेश के अध्यक्ष रूमित ठाकुर ने कहा कि स्वर्ण समाज के बच्चे को इस एससी एसटी एक्ट को आरक्षण देने पर हमारे बच्चों का शोषण किया गया है,और आज हमारे बच्चे घर बैठे हुए हैं जिसको बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

इस एससी एसटी एक्ट ने हमारे बच्चो की जिंदगी बर्बाद कर दी है। उन्होंने कहा की स्वर्ण समाज की पैदल शव यात्रा 25 दिन की रहेगी। इस शव को हरिद्वार गंगा को सौप दी जाएगी, वापिस के गंगा जल लेकर आयेंगे,ओर इस गंगा जल से सरकार नेताओं का सबसे पहले शुद्धिकरण करेंगे।

सरकार कांग्रेस और भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि सरकारों ने सवर्ण समाज का बहुत शोषण किया है। जयराम सरकार ने स्वर्ण आयोग का गठन की मांग को लेकर जयराम ने 4 बार वादा कर के इंकार कर दिया।

उन्होंने कहा कि हम तब तक चुप नही बैठकें जब तक सवर्ण समाज आयोग की मांग को पूरा नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा कि जाति के आधार पर आरक्षण क्यों इस आरक्षण को खत्म कर दिया जाए।

स्वर्ण के बच्चों के साथ भेदभाव क्यों क्या वो इस देश के नागरिक नहीं उन्होंने कहा की सवर्ण के बच्चो के साथ शोषण किया जा रहा है। जिन स्वर्ण लोगों ने देश के लिए बलिदान दिए और दान में जमीन दिए है।

उन्ही लोगों के साथ आज शोषण किया जा रहा है। इस को जाति के आधार पर बांटा जा रहा है। सभी के लिए एक समान कानून हो और गरीब के आधार पर आरक्षण दिया जाए।चाहे हो जाति स्वर्ण की हो या एससी एसटी की सभी को एक समान से देखा जाए।

अगर इस एक्ट को खत्म नहीं किया तो आंदोलन इस से भी आक्रोश में रहेगा और शुक्रवार को पांवटा से उत्तराखंड के लिए पांवटा से निकलेगी। दस दिसंबर को धर्मशाला में 1 लाख से अधिक स्वर्ण समाज के लोग एकत्रित होंगे।