केंद्र से धीमी पड़ी वैक्सीन देने की रफ़्तार , राज्यों के पास खत्म हो रहा वैक्सीन का स्टॉक
न्यूज़ एजेंसी - नई दिल्ली 09-04-2021
राज्यों में वैक्सीन का स्टॉक तेजी से खत्म हो रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों पर नजर डालें तो राज्यों के पास औसतन 5.5 दिन के आसपास वैक्सीन का स्टॉक बचा हुआ है।आंध्र प्रदेश में 1.2 दिन तो बिहार में 1.6 दिन के वैक्सीनेशन का स्टॉक है। एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर में 5 दिनों तक टीका उत्सव मनाने की अपील की थी। उनके इस बयान पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने तंज कसा है।
राहुल ने कहा कि बढ़ते कोरोना संकट में वैक्सीन की कमी बड़ी समस्या है। ये उत्सव का समय नहीं है। उन्होंने सवाल किया कि अपने देशवासियों को खतरे में डालकर क्या वैक्सीन एक्सपोर्ट करना सही है। केंद्र सरकार को राज्यों से पक्षपात किए बिना उनकी मदद करनी चाहिए। प्रधानमंत्री ने गुरुवार को राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कोरोना महामारी पर बात की थी। उन्होंने कहा था कि वैक्सीन का वेस्टेज रोकना है।
राज्यों की सलाह से ही देश के लिए रणनीति बनी है। 45 साल से ऊपर के लोगों को 100 फीसदी वैक्सीनेशन का लक्ष्य बनाइए। 11 अप्रैल को ज्योतिबा फुले और 14 अप्रैल को बाबा आंबेडकर की जयंती है। क्या हम इस दौरान टीका उत्सव मना सकते हैं? अभियान चलाकर ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीनेट करें। इस दौरान जीरो वेस्टेज हो। इससे भी वैक्सीनेशन बढ़ जाएगा। इसके लिए केंद्रों की संख्या बढ़ानी पड़े तो बढ़ाएं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि राज्यों को वैक्सीन की सप्लाई 4 से 8 दिन के बीच में की जाती है। रोजाना राज्यों के अधिकारियों से बात कर तय किया जाता है कि किस राज्य में वैक्सीन भेजी जानी है। वैक्सीन की कमी के साथ अगले सप्ताह के लिए होने वाली सप्लाई भी फिलहाल पाइपलाइन में अटकी हुई है। सभी राज्यों के आंकड़े जोड़ लें तो सरकार औसतन रोजाना 36 लाख डोज लगा रही है। अभी सरकार के पास 1 करोड़ 96 लाख वैक्सीन का स्टॉक है। दसे करोड़ 50 लाख वैक्सीन पाइपलाइन में है।