किन्नौर के लाल रसीले सेब ने मार्केट में दी दस्तक, मंडी में 1200 रुपये में बिका हाफ बॉक्स
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 05-09-2020
हिमाचल के किन्नौर के लाल रसीले सेब ने मार्केट में दस्तक दे दी है। शुक्रवार को ठियोग की पराला मंडी में किन्नौर के सुपर चीफ किस्म के सेब का हाफ बॉक्स 1200 रुपये में बिक गया। किन्नौर के कल्पा पुरवनी के बागवान ने सेब के 141 हाफ बॉक्स बेचे, जिससे उसने 1.69 लाख रुपये कमाए।
हाफ बॉक्स में सेब की मात्र दो तहें होतीं हैं, जबकि फुल बॉक्स में पांच तहें होती हैं। कोरोना के खौफ के चलते किन्नौर के बागवान ने दिल्ली की जगह अपना सेब इस बार पराला मंडी में बेचा।
बागवान कमल नेगी ने बताया कि हर साल वह अपना सेब दिल्ली की आजादपुर फल मंडी में बेचते थे, लेकिन इस बार कोरोना के खतरे और लेबर की समस्या के कारण उन्होंने सेब पहली बार पराला मंडी में बेचा है।
फसल की जो कीमत उन्हें दिल्ली में मिलती थी, वही उन्हें पराला मंडी में मिली है। पराला मंडी एसजी ट्रेडर्स के संचालक सुशील ठाकुर ने बताया कि किन्नौर के सेब की मार्केट में आमद शुरू हो गई है। मंडी में 1200 रुपये में हाफ बॉक्स बिका है। महाराष्ट्र के खरीदार ने 141 बॉक्स खरीदे।
हिमाचल में सेब सीजन रफ्तार पकड़ चुका है। अब तक करीब 1 करोड़ 20 लाख सेब की पेटियां देश के विभिन्न राज्यों में बिक चुकी हैं। प्रदेश की मंडियों से प्रतिदिन दो लाख से अधिक सेब की पेटियां पहुंचने लगी हैं।
राज्य में इस बार फसल पिछले साल के मुकाबले आधी है। अब ऊंचाई वाले इलाकों में सेब तुड़ान चल रहा है। हिमाचली सेब के दाम गिरने से बागवान चिंतित होने लगे हैं। अभी तक रॉयल सेब की बीस किलो की पेटी 2800 से 3000 रुपये तक बिक रही है, लेकिन अब यह दाम लुढ़क गए हैं।
कम ऊंचाई का सेब भले महंगा बिका, लेकिन जिस रायल सेब का तीन-चार माह भंडारण किया जा सकता है, उसके दाम कम मिल रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश सब्जी एवं फल उत्पादक संघ के अध्यक्ष हरीश चौहान कहते हैं कि फसल कम होने के बावजूद लदानियों और कमीशन एजेंटों ने दाम गिरा दिए हैं।
सरकार सेब क्रेटों में बेचने की व्यवस्था करे, जैसे कुल्लू में हो रहा है। हिमाचल प्रदेश मार्केटिंग बोर्ड के प्रबंध निदेशक नरेश ठाकुर कहते हैं कि प्रदेश में 25 जून से 2 सितंबर तक कुल 1.20 करोड़ पेटी सेब देश के विभिन्न राज्योें में बेचा जा चुका है।