कड़ाके की ठंड में भी सुखराम को सुनने को बेताब लोग, तस्वीरें देखकर आप भी रह जाएंगे स्तब्ध......
पावंटा विधानसभा क्षेत्र मे भाजपा प्रत्याशी सुखराम चौधरी का प्रचार धुंआधार चल रहा है, कड़ाके की ठंड मे भी लोग उन्हें सुनने का इंतजार करते हैँ, कुछ तस्वीरें आपको दिखाएंगे की प्रचार के दौरान देर शाम तक भी लोग फर्श पर बैठे रहे और टकटकी लगाए उन्हें सुनते रहे
देर रात तक केदारपुर पहुंचे भाजपा प्रत्याशी पलकें बिछाये सुनने को बेताब रहे लोग......
अंकिता नेगी - पांवटा साहिब 01-11-2022
पावंटा विधानसभा क्षेत्र मे भाजपा प्रत्याशी सुखराम चौधरी का प्रचार धुंआधार चल रहा है, कड़ाके की ठंड मे भी लोग उन्हें सुनने का इंतजार करते हैँ, कुछ तस्वीरें आपको दिखाएंगे की प्रचार के दौरान देर शाम तक भी लोग फर्श पर बैठे रहे और टकटकी लगाए उन्हें सुनते रहे।
मौसम का मिजाज चुनावी मौसम में थोड़ा बदल गया है, दोपहर के बाद देर शाम तक सुखराम चौधरी भुंगरनी पहुंचे जहाँ सिख समुदाय से अमरजीत सिंह, भूपेन्द्र सिंह, महेंद्र सिंह और ओंकार सिंह ने परिवार कांग्रेस का दामन छोड़ भाजपा में शामिल हुए, इस दौरान सुखराम चौधरी ने सबकी को भाजपा का पटका पहनाकर उनका स्वागत किया।
कमल को हाथ में लेकर चले सुखराम चौधरी ने कहा की भाजपा का कुनबा निरंतर बढ़ता जा रहा है, और यहाँ से साफ़ है कि भाजपा जीत की ओर अग्रसर है, इस बार मिशन रिपीट के करीब पहुंच गयी है।
उनका कारंवा लगातार बढ़ रहा हैं, जिसमें उनके साथ उनकी टीम राहुल चौधरी, चरणजीत चौधरी और रोहित परछाई की तरह होते हैँ, सूरज ढलता ढलते भाजपा पावंटा प्रत्याशी श्यामपुर पहुंचे यहाँ भी कांग्रेस छोड़ने का सिलसिला जारी है, सुखराम चौधरी की अगुवाई में 8 परिवारों ने भाजपा का दामन थामा।
समय भी काफ़ी हो गया लेकिन सुखराम अपने दल बल टीम के साथ भाटावाली और किशनपूरा में पहुंच गए, रात का समय था सर्दियां भी शुरुआत हो गयी हैं। ऐसे में सुबह शाम ठंड बढ़ने लगी हैं लेकिन लोग यहाँ भी पलकें बिछाये सुखराम चौधरी के स्वागत में खड़े रहे और उनको सुनने के लिए बेताब रहे।
उन्होंने नुक्कड़ सभाएँ की। लोगों से भाजपा के लिए वोट और प्रचार करने की अपील की और कहा विकास सिर्फ भाजपा सरकार कर सकती हैं।केदारपुर में भी उन्होंने अपने लिए जनसमर्थन माँगा, और लोगों से अपील की वह इस बार उन्हें भारी बहुमत से जिताएं।
इस मौके पर उनके साथ राहुल चौधरी, केदारपुर पंचायत के प्रधान और पंचायत की महिलाएं, बुजुर्ग और युवा शामिल रहे।