देवभूमि हिमाचल में अब प्रार्थना सभाओं में लाई जाएगी एकरूपता  

देवभूमि हिमाचल में अब प्रार्थना सभाओं में लाई जाएगी एकरूपता  

यंगवार्ता न्यूज़ - धर्मशाला    19-12-2020

देवभूमि हिमाचल प्रदेश में अब प्रार्थना सभाओं में एकरूपता लाई जाएगी। इतना ही नहीं, प्रदेश भर के सभी छात्र अब एक ही प्रकार की नारी  सशक्तिकरण, पर्यावरण, स्वच्छता व हिमाचल वंदन की प्रार्थनाएं गाएंगे। 

प्रसिद्ध साहित्यकार एवं लेखिका प्रो. चंद्र रेखा डढवाल ने इन प्रार्थनाओं को तैयार किया है। शिक्षा बोर्ड के कुलगीत व प्रार्थना गीतों को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने रिलीज किया है। 

स्कूल शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डा. सुरेश सोनी की अत्यंत महत्त्वपूर्ण पहल स्वागत योग्य है। उन्होंने चाहा कि स्कूल बोर्ड के रूप स्वरूप को चित्रित करता कुलगीत शब्द व संगीतबद्ध हो।

इसके साथ ही हिमाचल के सभी स्कूलों में सुबह की प्रार्थना सभा में एकरूपता लाने हेतु लगभग पिछले एक वर्ष से कमेटी गठित कर इस विषय पर कार्य चल रहा था। समसामयिक विषयों पर रचनाएं आमंत्रित कीं व कमेटी द्वारा रचनाओं का चयन किया गया। 

परियोजना के तहत कुलगीत के अतिरिक्त समकालीन विषयों नारी सशक्तिकरण, पर्यावरण, स्वच्छता व हिमाचल वंदन पर प्रार्थना गीत रचे गए। कुलगीत ज्ञान का यह आलोक अयन प्रार्थना गीत अक्षर-अक्षर लौ, सच की राह, पेड़ नहीं हैं हरित छावं की रचना सुप्रसिद्ध कवि व कथाकार प्रो. चंद्र रेखा डढवाल ने तथा वंदन मेरे हिमाचल की रचना सेवानिवृत्त प्राचार्य व समाजसेवी बलवीर पठानिया ने की।

इन सभी गीतों को संगीतवद्ध रावमा विद्यालय खनियारा खास के प्रवक्ता राज्य एवं राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान से अलंकृत डा. जनमेजय गुलेरिया ने किया है। संयुक्त रूप से कुलगीत व पर्यावरण बचाओ की शब्द व संगीत रचना रावमावि पनारसा मंडी के डा. महेश शर्मा ने की है। 

गीतों को स्वर संगीत शिक्षकों के साथ जनमेजय के शिष्यों विक्रांत, ब्रजेश, रिद्धि, हिमानी, शैलजा, शिवाली व शैलजा कपूर ने दिया है। इन गीतों के अतिरिक्त राष्ट्रीय गीत, राष्ट्रगान, सरस्वती मंत्र व भोजन मंत्र को परमजीत पम्मी द्वारा भैरवी स्टूडियो में रिकार्ड करवाया है।