पकने से पहले ही प्लम की 40 फीसदी फसल का बगीचों में ही सौदा हो गया

पकने से पहले ही प्लम की 40 फीसदी फसल का बगीचों में ही सौदा हो गया

यंगवार्ता न्यूज़- शिमला   24-04-2021

कोरोना काल में बाहरी राज्यों के व्यापारियों को कुल्लू का रसीला प्लम खूब पसंद आ रहा है। पकने से पहले ही प्लम की 40 फीसदी फसल का बगीचों में ही सौदा हो गया है। इस बार व्यापारियों ने ऊंचे दामों पर प्लम की खरीद की है।

बागवानों को भी घर बैठे ही फसल के उम्दा दाम मिले हैं। उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों के व्यापारी कुल्लू जिले के विभिन्न बगीचों में फसल खरीदने के लिए पहुंच रहे हैं। बताया जा रहा है इस बार व्यापारियों ने ऊंचे दामों से प्लम की खरीद की है। 

व्यापारी सलीम, तासीम तथा जावेद ने बताया कि रायसन, माहिली, काईस, थरमाण, डोभी, सेउबाग, कराड़सू, हुरला, मौहल तथा शिमला के रामपुर में भी उन्होंने प्लम के बगीचे खरीदे हैं। फसल को बगीचों में ही पैक कर आजादपुर सब्जी मंडी दिल्ली के लिए भेजा जाता है। 

इसके अलावा अन्य राज्यों की मंडियों में भी प्लम भेजा जाता है। बागवान वीर सिंह, अनिश ठाकुर, चमन ठाकुर, कर्मचंद अरुण ठाकुर, रामनाथ और दीपक ने कहा कि उतर प्रदेश और अन्य राज्यों के व्यापारी बगीचों में ही प्लम की फसल खरीदने के लिए पहुंचे हैं। 

व्यापारियों ने कई इलाकों में प्लम की खरीद की है। उन्होंने बताया कि बागवानों को फसल की अच्छी कीमत मिली है। उधर

फलोत्पादक मंडल कुल्लू के अध्यक्ष प्रेम शर्मा ने कहा कि पिछले कई सालों से ये व्यापारी कुल्लू का प्लम खरीद रहे हैं। गत वर्ष लॉकडाउन के चलते बाहरी राज्यों के व्यापारी प्लम की फसल खरीदने नहीं आ सके थे। 

जिले में इस साल प्लम की अच्छी फसल है। घाटी में करीब 1250 हेक्टेयर क्षेत्र में प्लम की पैदावार होती है। बागवानी विभाग के विशेषज्ञ उत्तम पराशर ने कहा कि कुल्लू में मौसम अनुकूल होने के कारण इस साल प्लम की अच्छी पैदावार हुई है।