प्रदेश के नए डीजीपी के नाम सरकार आज लगा सकती है मुहर

प्रदेश के नए डीजीपी के नाम सरकार आज लगा सकती है मुहर

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला   30-05-2020

हिमाचल के नए डीजीपी के नाम का एलान शनिवार को कर सकती है। डीजीपी सीताराम मरडी 31 मई रविवार को रिटायर हो रहे हैं। सरकार शनिवार को बैठक कर नए डीजीपी के नाम पर मुहर लगा सकती है। 

दिल्ली में हुई बैठक के बाद संघ लोक सेवा आयोग ने प्रदेश को तीन नामों का पैनल भेज दिया है। इनमें कैड के 1984 बैच के वरिष्ठतम आईपीएस अधिकारी सोमेश गोयल के अलावा 1989 बैच के संजय कुंडू और एसआर ओझा का नाम है। मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव के तौर पर सेवाएं दे रहे संजय कुंडू को सबसे प्रबल दावेदार माना जा रहा है।

सरकार ने सत्तासीन होने के बाद सोमेश गोयल को पद से हटाकर सीताराम मरडी को डीजीपी नियुक्त किया था। सूत्रों के अनुसार तो आईएएस लॉबी संजय कुंडू के ही डीजीपी बनने की उम्मीद जता रही है। 

कुंडू के डीजीपी बनते ही आईएएस कैडर के स्थानीय आयुक्त दिल्ली, प्रमुख सचिव विजिलेंस, प्रमुख सचिव आबकारी एवं कराधान के अलावा प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री जैसे ताकतवर पद खाली हो जाएंगे। साथ ही सचिवालय में आला पुलिस अधिकारी की मौजूदगी से होने वाली असहजता से भी उन्हें निजात मिलेगी। 

उधर गोयल अगर डीजीपी बनाए जाते हैं तो आईएएस कैडर को इन पदों से तो वंचित रहना ही होगा। प्रमुख सचिव सीएम बनने के लिए भी दौड़ शुरू भले ही सरकार ने डीजीपी के लिए नाम का एलान नहीं किया है, लेकिन मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव पद के लिए अफसरों के बीच अघोषित दौड़ शुरू हो गई है।

इसमें एसीएस कार्मिक आरडी धीमान, सचिव मुख्यमंत्री देवेश कुमार और प्रमुख सचिव पीडब्ल्यूडी जेसी शर्मा का नाम शामिल है।

डीजीपी के पैनल में जिन तीन अफसरों के नाम शामिल हैं, उनमें गोयल और कुंडू को काम का अफसर माना जाता है। कुंडूू ने मुख्यमंत्री कार्यालय में रहते जिस तरह विभिन्न जिम्मेदारियां निभाई हैं, उससे मुख्यमंत्री भी प्रभावित हैं। 

राजस्व अर्जन से लेकर औद्योगिक निवेश को दिल्ली में विदेशी दूतों के साथ तालमेल से लेकर विजिलेंस के प्रमुख सचिव के तौर पर विभाग को फ्री हैंड व निष्पक्ष काम की छूट दी। गोयल की ओर से हिमाचल की जेलों में किए बदलावों की देशभर में चर्चा हो चुकी है।