मुकेश बोले- प्रदेश की बर्बादी के लिए जानी जाएगी जयराम सरकार, कांग्रेस मनाएगी काला दिवस
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 25-12-2020
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि यह जयराम सरकार के कुशासन, विश्वासघात और बर्बादी के तीन साल हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के हर पूर्व मुख्यमंत्री के नाम कोई ने कोई उपलब्धि रही है, चाहे वह शांता कुमार हों या प्रेम कुमार धूमल।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का नाम प्रदेश की बर्बादी के लिए लिया जाएगा। जयराम सरकार की तीन साल की कोई उपलब्धि नहीं रही है। मुकेश ने राजीव भवन में शुक्रवार को प्रेस सम्मेलन में जयराम सरकार के तीन साल के जश्न मनाने पर तीखे हमले बोले।
उन्होंने कहा कि सरकार अपने किसी भी फैसले पर कभी कायम नहीं रही। आज कोई फैसला लिया जाता है तो कल उसे बदल देते हैं।
अब तो सरकार के अफसर भी कहने लगे हैं कि ऐसी सरकार उन्होंने कभी नहीं देखी। आजादी के बाद पहली बार हुआ कि जब प्रदेश में पैदल चलने वालों से चालान काटकर तीन करोड़ की राशि जमा की गई।
अग्निहोत्री ने कहा कि पंचायत चुनाव के लिए रोस्टर की धज्जियां उड़ाई गई हैं। कानून व्यवस्था चरमराई हुई है। फर्जी उदघाटन और शिलान्यास शिमला में बैठकर किए गए और हर विधानसभा क्षेत्र में सौ- दो सौ करोड़ के विकास कार्य कागजों में किए हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि प्रदेश में भाजपा की जयराम सरकार के तीन साल का कार्यकाल पूरा होने पर कांग्रेस प्रदेश भर में काला दिवस मनाएगी।
प्रदेश, जिला और ब्लॉक स्तर पर सरकार का विरोध किया जाएगा। इसके अलावा 26 दिसंबर की शाम 5 बजे कैंडल मार्च निकालेंगे और प्रदेश में कोरोना से मरे लोगों और दिल्ली में किसान आंदोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाएगी।
शिमला में यह कैंडल मार्च रिज पर महात्मा गांधी की प्रतिमा तक निकाला जाएगा। प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप राठौर ने राजीव भवन में कहा कि जयराम सरकार का एक-एक दिन जनता पर भारी पड़ रहा है। अब तो लोग उम्मीद लगाए हैं कि कब जयराम सरकार जाए और कांग्रेस सत्ता पर लौटे।
प्रदेश में बेरोजगारी और महंगाई निरंतर बढ़ रही है। प्रदेश में बेरोजगारों की दर बीस फीसदी है जबकि राष्ट्रीय स्तर पर यह सात फीसदी है। जयराम सरकार ने कोरोना को लेकर लोगों को राम भरोसे छोड़ दिया है।
45 हजार फर्जी डिग्रियां बेच दी गई और कानून व्यवस्था खस्ताहाल है। प्रदेश में माफिया सक्रिय है। सरकार ने सत्ता पर रहकर कोई वादा पूरा नहीं किया।