सीमावर्ती क्षेत्रों में परमिटधारकों की जांच करें अधिकारी : सीएम
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 18-04-2020
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कोरोना वायरस के दृष्टिगत सभी उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों और प्रदेश के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के साथ वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बातचीत करते हुए अधिकारियों को आदेश दिए कि प्रदेश में अनुमति के साथ आने वाले सभी लोगों की जांच सीमा के प्रवेश द्वारों पर रेपिड डायग्नाॅस्टिक किट से की जाए।
उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति की रिपोर्ट पाॅजिटिव आए, उसे क्वारन्टीन सेंटर भेजा जाए और प्रदेश के भीतर न आने दिया जाए और कोरोना वायरस के आरटी-पीसीआर परीक्षण के लिए भेजा जाए।
जिन लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आए, केवल उन्हें ही प्रदेश के बाॅर्डर से अंदर आने दिया जाए और ऐसे लोगों पर होम क्वारन्टाईन के दौरान सख्त निगरानी रखी जाए।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कोरोना वायरस के अति संवेदनशीन क्षेत्रों के लोगों के परीक्षण की गति बढ़ाने को कहा, ताकि ऐसे क्षेत्रों में स्थिति जल्द ही सामान्य हो सके।
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के हाॅटस्पाॅट क्षेत्रों को प्रतिबन्धित किया जाए और इन क्षेत्रों में कफ्र्यू में कोई ढील न दी जाए। जयराम ठाकुर ने कहा कि जिलों के भीतर और बाहर की आवाजाही पर प्रतिबंध लगाया जाए, ताकि अन्य क्षेत्रों में कोरोना वायरस का संक्रमण कम से कम हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रक्तदान के लिए ऐसी व्यवस्था बनाई जाए, जिससे स्वैच्छिक रक्तदाता रक्तदान के लिए आगे आ सके, ताकि अस्पतालों में रक्त की कमी न हो। उन्होंने कहा कि रक्तदान से पूर्व रक्तदाता की संपूर्ण जांच की जानी चाहिए।
जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार प्रदेश के बाहर फंसे हुए लोगों के प्रति चिंतित है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार इन लोगों से निरंतर संपर्क में है और संबंधित राज्यों से इनकी देखभाल का आग्रह किया है।
उन्होंने लोगों से आग्रह किय है कि वे जहां हैं, वहीं बने रहे और प्रदेश सरकार स्थिति सामान्य होते ही उनकी शीघ्र वापसी सुनिश्चित करेगी।
इस अवसर पर मुख्य सचिव अनिल खाची, पुलिस महानिदेशक एसआर मरडी, अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह मनोज कुमार, अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आरडी धीमान और प्रधान सचिव जेसी शर्मा, ओंकार शर्मा, संजय कुंडू और सचिव रजनीश भी उपस्थित थे।