रेणुकाजी बांध से होने बवाले भूमिहीनों को मिले लैंडलेस का दर्जा : बांध संघर्ष समिति
यंगवार्ता न्यूज़ - संगड़ाह 06-09-2021
उपमंडल सगड़ाह के अंतर्गत आने वाले गांव सीऊं मे रेणुकाजी बांध जन संघर्ष समिति द्वारा आयोजित बैठक में डूब क्षेत्र के किसानों की समस्याओं व मांगो पर चर्चा की गई। बैठक में गांव सीऊं, कंगाह, मलाहण, शेहू, लगनू, कांडवा व कुंटी आदि से विस्थापित होने वाले किसानो ने भाग लिया।
संघर्ष समिति के संयोजक एंव भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य प्रताप सिंह तोमर ने बैठक की अध्यक्षता की। समिति अध्यक्ष योगेंद्र कपिला ने विस्थापितों से अपने अधिकारों को लेने के लिए संघर्ष करने की अपील की। उन्होंने कहा कि, शीघ्र ही विस्थापितों की समस्याओं को लेकर संघर्ष समिति का प्रतिनिधिमंडल डीसी सिरमौर से मिलेगा।
हाल ही में रेणुका बांध प्रबंधन के साथ हुई बैठक में पैरा-55 की प्रति को प्रत्येक विस्थापित परिवार को देने बारे चर्चा की गई थी। बैठक में मांग की गई कि, उन सभी परिवारों को भूमिहीन एवं मकान विहीन श्रेणी में रखा जाए, जो डूब क्षेत्र में पुश्तों से रहते चले आ रहे हैं।
बैठक मे विजय आजाद, सुरेंद्र सिंह चौहान, दुर्गा राम शर्मा, पीसी शर्मा, गुरदयाल सिंह, गोपाल ठाकुर व देवेंद्र सिंह सहित संघर्ष समिति के दर्जनों पदाधिकारी मौजूद रहे।
गौरतलब है कि, 1970 के दशक से प्रस्तवित 26 किलोमीटर लंम्बे रेणुकाजी बांध पर करोड़ो का बजट खर्च होने के बावजूद न तो आज तक इसका वास्तविक निर्माण कार्य शुरु हो सका और न ही 2008 से आज तक विस्थापितों का पुनर्वास हो सका।
मात्र 40 मेगावाट के इस Project से 34 गांव के करीब 1142 परिवार विस्थापित होंगे। करीब 7,000 करोड़ ₹ की इस परियोजना का वास्तविक निर्माण कार्य शुरू होने से पहले ही इस पर 7 अरब खर्च हो चुके हैं, जिसमे से 400 करोड़ से ज्यादा राशि विस्थापितों की जमीन के मुआवजे अथवा कीमत के रूप मे जारी की गई।