रोहड़ू की पब्बर नदी की लहरों में रिवर राफ्टिंग के रोमांच का लुत्फ उठा सकेंगे पर्यटक
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 01-04-2021
साहसिक गतिविधियों के शौकीन अब शिमला जिले के रोहड़ू की पब्बर नदी की लहरों में रिवर राफ्टिंग के रोमांच का लुत्फ उठा सकेंगे। कुल्लू, मनाली के बाद अब शिमला जिले में पांच किलोमीटर स्ट्रेच को राफ्टिंग के लिए उपयुक्त माना गया है।
जिला पर्यटन विभाग ने प्रदेश सरकार की ओर से गठित टेक्निकल कमेटी फॉर एडवेंचर स्पोर्ट्स के साथ मंगलवार को संयुक्त निरीक्षण के बाद चिड़गांव के पास पब्बर नदी पर गुम्मा पुल से बडियारा तक रिवर राफ्टिंग स्ट्रेच का चयन किया है।
तीन विशेषज्ञों की कमेटी ने निरीक्षण के दौरान पानी की धारा और ढलान को सही पाया। विशेषज्ञों की देखरेख में राफ्ट के जरिये यहां ट्रायल भी किया गया जो कामयाब रहा। अब कमेटी 15 दिन के भीतर अपनी निरीक्षण रिपोर्ट पर्यटन विभाग के निदेशक को सौंपेगी।
पर्यटन निदेशक रिपोर्ट को स्वीकृति के लिए प्रदेश सरकार को भेजेंगे। सरकार से स्वीकृति मिलने के बाद इस रिवर राफ्टिंग स्ट्रेच की अधिसूचना जारी होगी। सरकार से मंजूरी मिलने के बाद रिवर राफ्टरों से आवेदन मांगे जाएंगे।
पर्यटकों की सुरक्षा के मद्देनजर राफ्ट में कैमरा, लाइफ जैकेट व प्रशिक्षित पायलट की व्यवस्था करनी होगी। राफ्टिंग स्ट्रेच का चयन करने वाली कमेटी में जिला पर्यटन अधिकारी जीडी काल्टा, इंस्पेक्टर होटल दिलीप ठाकुर और तीन रिवर राफ्टिंग एक्सपर्ट शामिल थे।
शिमला जिले के रोहड़ू की पब्बर नदी पर रिवर राफ्टिंग स्ट्रेच का चयन किया गया है। इसकी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी।
सरकार से अनुमति मिलते के बाद इसी टूरिस्ट सीजन में यहां राफ्टिंग शुरू करने का प्रयास किया जाएगा। - जीडी काल्टा, जिला पर्यटन अधिकारी शिमला
पर्यटन विभाग और विशेषज्ञों की टीम ने पैराग्लाइडिंग के लिए चांशल टॉप की भी रेकी की है। करीब 500 मीटर की इस पैराग्लाइडिंग साइट पर ट्रायल फ्लाइट कामयाब रही है।
टेक ऑफ और लैंडिंग साइट भी सही पाई गई है, लेकिन चांशल टॉप की ऊंचाई अधिक होने के कारण यहां हवा की स्थिति का आगामी तीन चार दिनों तक आकलन करने के बाद ही आगे की औपचारिकताएं पूरी की जाएंगी।