वरिष्ठ नेता सुनील जाखड़ ने छोड़ी कांग्रेस नेतृत्‍व व सोनिया गांधी पर उठाए कहा, खटिया पर है कांग्रेस

पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्‍यक्ष सुनील जाखड़ ने आज अपने मन की बात रखी।  उन्‍होंने कांग्रेस पर हमला किया। उन्होंने कांग्रेस में जातिगत समीकरण पर की जा रही राजनीति पर सवाल उठाए

वरिष्ठ नेता सुनील जाखड़ ने छोड़ी कांग्रेस नेतृत्‍व व सोनिया गांधी पर उठाए कहा, खटिया पर है कांग्रेस

 

यंगवार्ता न्यूज़ - चंडीगढ़  14-05-2022
 
पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्‍यक्ष सुनील जाखड़ ने आज अपने मन की बात रखी।  उन्‍होंने कांग्रेस पर हमला किया। उन्होंने कांग्रेस में जातिगत समीकरण पर की जा रही राजनीति पर सवाल उठाए। उन्होंने कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी नेतृत्व पर निशाना साधा। उन्होंने अंबिका सोनी का नाम लेते हुए सोनिया गांधी से उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की बुरी हालत है और यह खटिया पर है। 
 
 
उन्होंने कांग्रेस को गुड बाय भी कह दिया। जाखड़ ने फेसबुक पर लाइव होकर अपना दर्द बयां किया और कांग्रेस नेतृत्व को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व आज चापलूसों से घिरा हुआ है। उन्होंने कहा कि अंबिका सोनी द्वारा कैप्‍टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफा देने के बाद दिए बयान को लेकर हमला किया। अंबिका सोनी ने यह कह कर कि पंजाब  का अपमान किया कि राज्य में कोई हिंदू नेता को सीएम बनाने पर पंजाब में आग लग जाएगी। 
 
 
उन्होंने पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रभारी हरीश रावत पर भी हमला किया और पार्टी में विवाद के दौरान उनकी भूमिका पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि खुद को कांग्रेस अनुशासन कमेटी द्वारा मुझे नोटिस देना बहुत ही चोट पहुंचाने वाला है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अनुशासन कमेटी की रिपोर्ट पर मुझे पार्टी के सभी पदों से हटाने का पत्र जारी किया। यह सिवाय मजाक सिवा कुछ नहीं है।
 
 
सोनिया बताएं कि मैं किस पद पर था जो मुझे हटाया गया। हकीकत यह है कि मैं पार्टी में किसी पद पर था ही नहीं। सुनील जाखड़ ने अपने फेसबुक लाइव को दिल की बात का नाम दिया। उन्होंने कहा, मुझे पार्टी ने कारण बताओ नोटिस जारी किया, नोटिस जारी किया गया अनुशासन कमेटी के तारिक अनवर की तरफ से। मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि कांग्रेस पार्टी के बारे में क्या कहूं।
 
 
 तारिक अनवर जिन्होंने 1999 में शरद पवार, पीएस संगमा के साथ नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी बना ली थी। 20 वर्ष बाद 2018 में वह वापस कांग्रेस में आए और वह अनुशासन की बात करने लगे। उन्होंने कहा, इससे ज्यादा हैरानी वाली बात यह है कि मेरे खिलाफ नोटिस जारी करवाने में जिस शख्स ने अहम भूमिका अदा की यह वही शख्स अंबिका सोनी हैं जो आज पार्टी अध्यक्ष के आंखों के तारा है, जो  1977 में इंदिरा गांधी के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल किया करती थीं। इमरजेंसी के बाद उन्होंने चंडीगढ़ में कांग्रेस के खिलाफ चुनाव लड़ा।