आजादी के 75वां स्वतंत्रता दिवस पर तकनीकी शिक्षा, जनजातीय विकास एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री ने किया ध्वजारोहण

आजादी के 75वां स्वतंत्रता दिवस पर तकनीकी शिक्षा, जनजातीय विकास एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री ने किया ध्वजारोहण

यंगवार्ता न्यूज़ - केलांग  15-08-2021

75वां जिला स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह आज लाहौल- स्पीति के जिला मुख्यालय केलांग में हर्षोल्लास के साथ आयोजित किया गया। इस मौके पर तकनीकी शिक्षा, जनजातीय विकास एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ रामलाल मारकंडा ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए ध्वजारोहण किया और पुलिस, होमगार्ड्स, एनएसएस और स्काउट्स एंड गाइड की टुकड़ियों द्वारा प्रस्तुत मार्च पास्ट की सलामी ली।

डॉ रामलाल  मारकंडा ने कहा कि ये मौका महान देशभक्तों व स्वतंत्रता सेनानियों को स्मरण करने का भी है। जिन्होंने स्वतंत्रता हासिल करने में अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया था।  हिमाचल प्रदेश के वीर सपूतों ने भी स्वाधीनता आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 

जनजातीय विकास की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जनजातीय क्षेत्रों की विभिन्न विकासात्मक योजनाओं के लिए बजट का 9 फ़ीसदी हिस्सा हर वर्ष जनजातीय क्षेत्रों के लिए आवंटित करती है। 

हाल ही में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने काजा में आयोजित कार्यक्रम के साथ शिमला से वर्चुअली जुड़कर स्पीति उपमंडल के लिए 146 करोड़ रुपए की लागत वाली 19 विकासात्मक योजनाओं की आधारशिला रखी और लोकार्पण भी किया। 

मुख्यमंत्री ने जनजातीय क्षेत्रों में सेवाएं देने वाले कर्मचारियों के हितों का भी ध्यान रखते हुए कर्मचारियों के जनजातीय भत्ते को 450 रुपए से बढ़ाकर 600 रुपए और शीतकालीन भत्ते को 300 रुपए से बढ़ाकर 500 रुपए करने की घोषणा करके बहुत बड़ी राहत दी है। 

गत 27 जुलाई को उदयपुर क्षेत्र में हुई भारी बारिश और बाढ़ के चलते हुए नुकसान की भरपाई को मुख्यमंत्री द्वारा 10 करोड़ की राहत राशि की घोषणा के लिए उनका आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि इस राहत पैकेज से सड़क, सिंचाई, पेयजल और बिजली व्यवस्था की बहाली में मदद मिलेगी। 

इसके अलावा राज्य सरकार ने किसानों के लिए परिवहन उपदान देने की भी घोषणा की है ताकि भारी बारिश और बाढ़ से प्रभावित किसानों को राहत मिल सके। डॉ रामलाल मारकंडा ने कहा कि  चालू वित्त वर्ष के लिए जनजातीय उप योजना के तहत लाहौल-स्पीति  के लिए 1 अरब 36 करोड़ के बजट का प्रावधान किया गया है। 

लाहौल घाटी में पिछले साढे 3 वर्षों की अवधि के दौरान 17 करोड़ 57 लाख रुपए की राशि खर्च करके 28.57 किलोमीटर लंबी सड़कों का निर्माण किया गया। इस अवधि में 8 पुलों और 9 भवनों का निर्माण भी किया जा चुका है। 

कृषि क्षेत्र में किसानों को सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत 1389 किसानों को 4 करोड़ 69 लाख रुपए की राशि खर्च करके पावर टिलर उपलब्ध करवाए गए जिसमें उन्हें अनुदान भी दिया गया। इसके अलावा किसानों को ट्रैक्टर और ग्रास कटर के लिए भी वित्तीय सहायता दी गई है। 
 
इस मौके पर भारी बारिश और बाढ़ से पैदा हुई आपदा से निपटने में अपने उत्कृष्ट कार्य और योगदान के लिए बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन, लाहौल- स्पीति जिला पुलिस, भारत तिब्बत सीमा पुलिस, लोक निर्माण विभाग, जल शक्ति विभाग, बिजली बोर्ड और अग्निशमन के अलावा क्षेत्र के विभिन्न महिला मंडलों, युवा मंडलों, व्यापार मंडल उदयपुर को विशेष तौर से पुरस्कृत भी किया। 

स्वास्थ्य विभाग को कोविड-19 वैक्सीनेशन में पहली डोज की सौ फ़ीसदी कवरेज में जिले को पहले स्थान पर लाने के लिए पुरस्कार दिया गया। इसके अलावा कोविड काल में मोबाइल नेटवर्क की अनुपलब्धता वाले गांव में बच्चों को घर-घर जाकर पढ़ाने के कार्य के लिए शिक्षिका अनीता देवी और छेरिंग डोलमा को भी सम्मानित किया गया

राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय लोट के विद्यार्थी नैंसी, धनेश्वरी और प्रत्यूष को सड़क सुरक्षा विषय पर आयोजित ऑनलाइन राज्य स्तरीय निबंध प्रतियोगिता के लिए पुरस्कार मिला। 

जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय केलांग के विद्यार्थियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किया गया। समारोह में पूर्व विधायक रघुवीर ठाकुर के अलावा उपायुक्त नीरज कुमार, पुलिस अधीक्षक मानव वर्मा, जनजातीय सलाहकार समिति सदस्य पुष्पा व नवांग उपासक, पूर्व पंचायत समिति अध्यक्ष सुमिता, एसडीएम प्रिया नागटा, सहायक आयुक्त डॉ रोहित शर्मा व अन्य विभागीय अधिकारी भी मौजूद रहे।