खुलासा : सरकारी स्कूलों में घटे छात्र, 6366 स्कूलों में 20 से कम विद्यार्थी, प्राइवेट स्कूलों में बढ़े 8366 छात्र

खुलासा : सरकारी स्कूलों में घटे छात्र, 6366 स्कूलों में 20 से कम विद्यार्थी, प्राइवेट स्कूलों में बढ़े 8366 छात्र

यंगवार्ता न्यूज - शिमला 30-09-2020

हिमाचल के सरकारी स्कूलों में कम हो रही विद्यार्थी संख्या के चलते कई स्कूलों पर तालाबंदी की नौबत आना शुरू हो गई है। पहली से आठवीं कक्षा वाले 6366 सरकारी स्कूलों में 20 से कम और 5322 स्कूलों में 60 से कम विद्यार्थी रह गए हैं। यू डाइस 2019-20 की रिपोर्ट में सामने आए ये आंकड़े सरकार की चिंता बढ़ाने वाले हैं।

प्रदेश में वर्तमान में 10,585 प्राइमरी स्कूल हैं। इनमें से 5302 स्कूलों में 20 और 4484 में साठ से कम विद्यार्थी हैं। 1948 मिडल स्कूलों में से 1064 में बीस और 838 में साठ से कम विद्यार्थी हैं। आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में सिर्फ 799 प्राइमरी और 46 मिडल स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या साठ से अधिक है।

20 से कम संख्या वाले कई स्कूल तो वर्तमान में सिर्फ शिक्षकों के समायोजन के लिए खोले गए हैं। राजधानी शिमला सहित प्रदेश के अधिकांश जिला मुख्यालयों से सटे स्कूलों में विद्यार्थियों का नामांकन सबसे कम हैं।

शिक्षकों की संख्या इन स्कूलों में विद्यार्थियों के अनुपात में कहीं अधिक है। वहीं प्रदेश के दूरदराज क्षेत्रों के स्कूलों में विद्यार्थी तो अधिक हैं, लेकिन यहां शिक्षक अपेक्षाकृत कम हैं। बीते लंबे समय से सत्ता के करीबियों तक पहुंच वाले शिक्षक शहरों से सटे स्कूलों में टिके हैं। सरकारी स्कूलों में ऐसे ही विद्यार्थियों का नामांकन घटता रहा तो बीस विद्यार्थियों वाले कई स्कूल साथ लगते स्कूलों में मर्ज करने पड़ सकते हैं।

साल 2019-20 में 20 से कम संख्या वाले प्राइमरी स्कूलों की संख्या साल 2018-19 के मुकाबले 152 बढ़ी है। 2018-19 में 5150 प्राइमरी स्कूलों में 20 से कम नामांकन था। इसी तरह 20 मिडल स्कूल भी अधिक हो गए हैं। 2018-19 में 1044 मिडल स्कूलों में 20 से कम विद्यार्थी थे।

प्रदेश में ऐसा एक भी सरकारी मिडल स्कूल नहीं है, जहां 221 से अधिक विद्यार्थी हैं। 141 से 220 विद्यार्थियों की संख्या वाले भी प्रदेश में मात्र दो स्कूल हैं। 101 से 140 विद्यार्थियों वाले नौ और 61 से 100 बच्चों वाले 35 स्कूल हैं। उधर, 12 प्राइमरी स्कूलों में 221 से 300 और 13 स्कूलों में 300 से ज्यादा विद्यार्थी पढ़ रहे हैं।

141 से 220 बच्चों की संख्या वाले 50, 101 से 140 बच्चों वाले 148 और 61 से 100 संख्या वाले 612 प्राइमरी स्कूल हैं। सरकारी स्कूलों में जहां नामांकन घटे, वहीं निजी स्कूलों में 8366 विद्यार्थी बढ़े हैं। साल 2019-20 के दौरान 2855 निजी स्कूलों में 5,58,428 विद्यार्थियों ने दाखिले लिए। साल 2018-19 में यह संख्या 5,50,062 थी।