यंगवार्ता न्यूज़ - नाहन 17-12-2020
विधायक एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डा. बिन्दल ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के शानदार नेतृत्व में नाहन निर्वाचन क्षेत्र में सड़कों, पुलों, पेयजल, स्वास्थ्य, शिक्षा और अन्य विकास कार्यों में अभूतपूर्व और रिकार्ड उपलब्धि हासिल की है।
उन्होंने बताया कि नाहन ग्राम पंचायत की धारक्यारी पेयजल योजना को 3.5 किलोमीटर लंबी पाइप लाईन डालकर गिरि पेयजल योजना से जोड़ दिया गया है। इसी प्रकार पुलिस लाईन के समीप स्थित कोटड़ी गांव को भी गिरी पेयजल योजना से जोड़ा गया है।
डा. बिन्दल आज नाहन निर्वाचन क्षेत्र के ग्राम पंचायत नाहन के बुब्बी-धारक्यारी में आयोजित धन्यवाद समारोह के अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। गौर हो कि यह धन्यवाद समारोह नाहन ग्राम पंचायत के प्रतिनिधियों और स्थानीय लोगों ने पंचायत में हुए करोड़ों रुपये के विकास कार्य जिसमें पेयजल, बिजली, सड़क, स्वास्थ्य और दूसरे विकास कार्यों शामिल हैं पूरा होने पर आयोजित किया था।
बिन्दल ने बताया कि लंबे प्रयास के उपरांत आखिर हम जुड़डा का जोड-कोटड़ी-गाडडा सड़क के लिए फारेस्ट की एनओसी प्राप्त करने में कामयाब हुए हैं। उन्होंने कहा कि हम लंबे समय समय से वन विभाग की एनओसी के लिए प्रयास कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जाबल का बाग कंडईवाला मार्ग पर गदपेला में करीब 4.35 करोड़ रुपये की लागत से पुल का निर्माण किया जाएगा। इसी प्रकार संपर्क मार्ग कांसीवाला-जाबल का बाग भी सुधार किया जाएगा जिसके लिए समुचित बजट का प्रावधान किया जा रहा है।
डा. बिन्दल ने कहा कि नाहन ग्राम पंचपायत में सभी गांवों को स्वच्छ और समुचित मात्र में पेयजल उपलब्ध करवाने के दृष्टिगत 1.50 करोड़ रुपये की धनराशि व्यय की जाएगी जिसका कार्य आरम्भ किया जा रहा है।
डा. राजीव बिन्दल ने कहा कि आम जन की सहुलियत और मांग के अनुरूप जाबल का बाग और धारक्यारी क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति को कांसीवाला 33 केवी स्टेशन से जोड़ने के लिए अलग से फीडर बनाकर लाईन बिछाने का कार्य अंतिम चरण में है।
उन्होंने कहा कि कुल पांच किलोमीटर लंबी लाईन में से 3 किलोमीटर तक तारें और पोल बिछाने का कार्य पूर्ण हो गया है, और शेष कार्य शीघ्र पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह अत्यंत खुशी की बात है कि किराये के भवन में चल रहे जाबल का बाग पशु औषधायल को आज अपना भवन मिल गया है। उन्होंने नये भवन के लिए क्षेत्रवासियों और पशुपानाहन पंचायत को गिरि पेयजल योजना से जोड़ा गया