यंगवार्ता न्यूज़ - बिलासपुर 26-10-2022
हिमाचल प्रदेश में भाजपा के मिशन रिपीट और रिवाज बदलने के लिए भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा पांच दिन से बिलासपुर में डटे हुए हैं।
बागी व नाराज नेताओं को मनाने के लिए जेपी नड्डा खुद हिमाचल प्रदेश में डटे हैं। वह आजाद मैदान में उतरे नेताओं से स्वयं बातचीत कर रहे हैं। गौर हो कि जेपी नड्डा दिवाली मनाने के लिए 22 अक्टूबर को बिलासपुर में विजयपुर स्थित अपने आवास पर पहुंचे थे। इसके बाद लगातार उनका बैठकों का दौर चल रहा है। बागी नेताओं को दुलार के साथ सख्ती से भी समझाने की कोशिश की जा रही है।
भाजपा के 18 नेता पार्टी से हटकर चुनाव लड़ रहे हैं। इन नेताओं को मनाने के लिए जेपी नड्डा सहित मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व बीएल संतोष की टीम भी जुटी हुई है। यहीं नेता जीत व हार का कारण बन सकते हैं। 29 अक्टूबर को नाम वापसी का अंतिम दिन है। आगामी दिनों में भाजपा के शीर्ष नेता इस गठजोड़ के लिए जुट गए हैं।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा के 18 व कांग्रेस के 20 नेताओं ने बतौर निर्दलीय प्रत्याशी नामांकन भरे हैं। इन नेताओं को मनाने के लिए दोनों दलों के शीर्ष नेता जुटे हैं। भाजपा की ओर से राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना, सह प्रभारी संजय टंडन ने संभाला मोर्चा। कांग्रेस की तरफ से प्रतिभा सिंह व सुखविंदर सिंह सुक्खू नाराज नेताओं से बात कर रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कुल 561 प्रत्याशी मैदान में उतरे हैं। मंगलवार को अंतिम दिन 306 प्रत्याशियों ने नामांकन किया है। 29 अक्टूबर को नाम वापसी का अंतिम दिन है। इसके बाद ही असल तस्वीर साफ होगी।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 12 नवंबर को मतदान होगा और आठ दिसंबर को परिणाम आएगा।