यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 29-01-2022
सूबे में चल रही 108 व 102 एंबुलेंस कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. कम्पनी का नया टेंडर होने के बाद करीब 250 कर्मचारियों को नौकरी से हटा दिया गया जिसके बाद कर्मचारियों में काफी रोष है।
ऐसे में 108 व 102 कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर एनएचएम स्वास्थ्य विभाग कार्यालय कुसुम पट्टी के बाहर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए हैं। हिमाचल एंबुलेंस कर्मचारी यूनियन के राजेश चंदेल ने कहा कि कर्मचारियों के साथ किया जा रहा खिलवाड़ कतई बदार्शत नहीं किया जाएगा।
जितने कर्मचारी पहले से ही एंबुलेंस सेवाएं दे रहे हैं उन सभी को ज्वाइनिंग लेटर मिलने चाहिए और उन्हें नौकरी से नहीं निकाला जाए। इन कर्मचारियों ने 90 व 60 दिन की ट्रेनिंग की है और इन्हें काफी सालों का अनुभव है।
दस साल से भी अधिक का समय इन कर्मचारियों को नौकरी करते हुए हो गया है, लेकिन अब इन कर्मचारियों को बेरोजगार होकर घर बैठना पड़ रहा है जो की सरासर गलत है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कुल 1200 के करीब कर्मचारी हैं. कुछ कर्मचारियों को ऑफर लेटर न मिलने से कर्मचारियों में काफी रोष पनप गया है।
बता दें कि हिमाचल में 108 एंबुलेंस सेवा का जिम्मा मेडसवान फाउंडेशन को आगामी 4 वर्ष के लिए दिया गया है। ऐसे में अब प्रदेश में चल रही 108 एंबुलेंस सेवा के तहत 200 और 102 सेवा के तहत 125 एंबुलेंस है. इसमें जितने भी कर्मचारी हैं उन्होंने कोरोना काल में भी अपनी सेवाएं बखूबी दीं हैं।